शहर दिल्ली और उसके आस-पास के इलाके धनतेरस से ठीक पहले एक अनिश्चित और असहज माहौल का सामना कर रहे हैं। शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर की सड़कों पर भारी ट्रैफिक जाम देखने को मिला, जहां लोग त्योहार की खरीदारी और सामान्य आवागमन दोनों ही ज़रूरतों को पूरा करने में जूझते दिखे। बाजारों के आस-पास वाहनों की कतारें दो से तीन किलोमीटर तक लंबी हो गईं, और कई इलाकों में ट्रैफिक रेंगता हुआ चला।
गुरुग्राम के IFFCO Chowk पर शाम होते-होते हालत और बिगड़ी, जब सड़कों पर गाड़ियों की भीड़ लगभग बेरोक-टोक नजर आई। पुलिस ने ट्रैफिक को संभालने की कोशिश की, लेकिन भीड़ में लगातार इजाफा हुआ। इसी तरह, दिल्ली में ITO, मोलचंद फ्लाईओवर, चाणक्यपुरी जैसे इलाकों में भी गंभीर जाम की स्थिति रही।
दिन के समय दफ्तर से लौट रहे लोग और दिवाली-धनतेरस की खरीदारी करने आये लोगों की भीड़ ने मुख्य सड़क मार्गों पर दबाव बढ़ा दिया। दिल्ली के मध्य, दक्षिण, पूर्व, उत्तर-पश्चिम और बाहरी इलाके—लगभग हर दिशा में वाहन रेंगते हुए नजर आये। कई जगहों पर यात्रियों को कुछ किलोमीटर की दूरी तय करने में घंटों समय लग गया।
नोएडा में भी स्थिति अलग नहीं थी। सेक्टर-18 मार्केट और DND फ्लाईवे के आसपास वाहनों की कतारें लम्बी हो गईं और आम लोगों की आवाजाही अटक-फटक कर हुई। उत्तरी दिल्ली में GT करनाल रोड, राज निवास मार्ग, घंटाघर चौक, रोशनआरा रोड जैसे मार्गों पर भी भारी दबाव देखा गया। दक्षिणी दिल्ली में ग्रेटर कैलाश से मोलचंद फ्लाईओवर तक लगभग एक किलोमीटर तक का जाम था।
ट्रैफिक पुलिस ने जनता से अपील की है कि इस अवसर पर अनावश्यक यात्राएँ टालें, जहां संभव हो सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें, ताकि सड़कों पर दबाव कम हो सके और यात्रा सुगम बनी रहे।
इस भीड़-भाड़ और जाम की स्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया है कि त्योहारों के समय यदि बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन और चेतावनी उपाय न हों, तो शहरों की तमाम तैयारियाँ और इंतजाम भी व्यर्थ सिद्ध हो सकते हैं।
