अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ‘टैरिफ फर्स्ट’ नीति को लेकर भारत सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। ट्रंप द्वारा दोबारा राष्ट्रपति बनने की स्थिति में चीन और भारत जैसे देशों पर भारी आयात शुल्क लगाने के बयान पर भारत ने साफ कर दिया है कि वह अपने राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगा।
भारत सरकार ने बुधवार को प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था और उद्योग जगत के हितों की अनदेखी नहीं की जाएगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बयान में कहा, “हम अंतरराष्ट्रीय व्यापार व्यवस्था का सम्मान करते हैं, लेकिन अगर भारत के खिलाफ भेदभावपूर्ण टैरिफ लगाए जाते हैं, तो हम अपने हितों की रक्षा के लिए उचित कदम उठाएंगे।”
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर वे दोबारा सत्ता में आए, तो वे चीन और भारत जैसे देशों से आने वाले सामान पर भारी टैक्स लगाएंगे ताकि अमेरिका की मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा मिल सके। इस बयान ने दुनियाभर में व्यापारिक असंतुलन को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप की इस नीति का असर केवल चीन पर नहीं, बल्कि भारत जैसे उभरते बाजारों पर भी पड़ सकता है। वहीं, भारत ने स्पष्ट किया है कि वह किसी भी प्रकार के अनुचित दबाव या भेदभाव का जवाब पूरी मजबूती से देगा।