
हाल ही में मशहूर निवेश सलाहकार और “रिच डैड पुअर डैड” किताब के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी ने दावा किया है कि आने वाले समय में चांदी बेहद महंगी हो सकती है। उन्होंने निवेशकों को सलाह दी है कि वे चांदी में निवेश करें क्योंकि यह सुरक्षित और बेहतर रिटर्न देने वाला साधन बन सकता है।
कियोसाकी का तर्क है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता, डॉलर में कमजोरी और औद्योगिक मांग के कारण चांदी की कीमतें तेजी से बढ़ सकती हैं। भारत में भी इस दावे के बाद चांदी की कीमतों को लेकर चर्चा तेज हो गई है। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार में उतार-चढ़ाव स्वाभाविक है और सिर्फ एक दावे के आधार पर निवेश का फैसला नहीं करना चाहिए।
वित्त विशेषज्ञ मानते हैं कि चांदी की मांग जरूर बढ़ी है, लेकिन कीमतों में तेजी का अनुमान कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे वैश्विक आर्थिक हालात, मुद्रास्फीति और औद्योगिक खपत। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सोच-समझकर और पोर्टफोलियो में संतुलन बनाकर ही निवेश करें।