
ईरान और अमेरिका के बीच बढ़ते तनाव के बीच अब एक नया मोड़ आ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान को लेकर ईरान ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें ट्रंप ने दावा किया था कि ईरान ने अमेरिका से बातचीत की पेशकश की है।
ईरान के विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के इस बयान को “पूरी तरह झूठा और गुमराह करने वाला” बताया है। मंत्रालय के प्रवक्ता ने साफ कहा कि “इस तरह की कोई बातचीत की पेशकश न तो दी गई है और न ही दी जाएगी।” तेहरान ने ट्रंप के बयान को एक “राजनीतिक चाल” और “प्रचार स्टंट” करार दिया।
खामेनेई की खुली चेतावनी
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने सख्त लहजे में अमेरिका को चेतावनी दी कि अगर अमेरिका या उसके सहयोगियों ने ईरान की संप्रभुता के खिलाफ कोई सीधी कार्रवाई की, तो उसका जवाब “तुरंत, तीखा और निर्णायक” होगा। उन्होंने कहा,
“अगर अमेरिका इस लड़ाई में कूदा, तो हम ऐसा जवाब देंगे जिसे इतिहास याद रखेगा।”
ट्रंप का पलटवार
ट्रंप ने इससे पहले एक बयान में दावा किया था कि ईरान ने उनके कार्यकाल में बातचीत की पेशकश की थी और अब भी कुछ गुप्त संपर्क चल रहे हैं। उन्होंने अयातुल्ला खामेनेई को ‘गुड लक’ कहते हुए यह भी कहा था कि अगर ईरान ने अमेरिका या उसके दोस्तों पर हमला किया, तो “हम जानते हैं कि खामेनेई कहां छिपे हैं।”
क्षेत्र में बढ़ता खतरा
यह विवाद ऐसे समय पर भड़का है जब इज़रायल और ईरान के बीच युद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। इज़रायल ने तेहरान के कुछ ठिकानों पर मिसाइल हमले किए थे, जिसके जवाब में ईरान ने भी ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी। अमेरिका अब तक सीधे तौर पर इस संघर्ष में शामिल नहीं हुआ है, लेकिन ट्रंप और पेंटागन के आक्रामक बयानों से हालात और गंभीर होते जा रहे हैं।