
- अंग्रेज़ी टोन और अपमानजनक भाषा
ईरानी विदेश मंत्री सेय्यद अब्बास अराघची ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि यदि अमेरिका आश्वस्त है कि वह ईरान के साथ फिर से परमाणु समझौता करना चाहता है, तो उसे ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली ख़ामेनेई के खिलाफ “असभ्य और अस्वीकार्य” भाषा का प्रयोग तुरंत बंद करना होगा । - ट्रंप प्रशासन की हालिया टिप्पणियाँ और सैन्य कार्रवाई
यह बयान 27 जून को सामने आया है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर हमला करने की संम्भावना जताई थी और साथ ही ख़ामेनेई पर तीखी टिप्पणियाँ भी की थीं । - अराघची की सोशल मीडिया प्रतिक्रिया
अराघची ने ट्विटर (X) पर लिखा: - “If President Trump is genuine about wanting a deal, he should put aside the disrespectful and unacceptable tone towards Iran’s Supreme Leader, … and stop hurting his millions of heartfelt followers”।
- राजनीतिक व कूटनीतिक प्रभाव
इस बयान से स्पष्ट संदेश मिलता है कि अमेरिका–ईरान बातचीत की नई शुरुआत तभी संभव है जब सम्मानजनक कूटनीति अपनाई जाए। अराघची ने यह भी संकेत दिया है कि यदि अमेरिका अपमानजनक भाषा जारी रखता है, तो ईरान के समर्थन से बनी सामाजिक भावना और राष्ट्रीय संकल्प दोनों और मजबूत हो सकते हैं