
इजरायल की सेना ने मंगलवार, 14 अक्टूबर 2025 को गाजा के खान यूनिस क्षेत्र में सीजफायर समझौते की उल्लंघना करने वाले छह फिलिस्तीनी संदिग्धों पर गोलीबारी की, जिससे उनकी मौत हो गई। इजरायल डिफेंस फोर्सेज़ (IDF) ने बताया कि संदिग्धों ने ‘येलो लाइन’ पार की थी, जो युद्धविराम समझौते के तहत निर्धारित सीमा है।
IDF के अनुसार, संदिग्धों ने हमास के एक हथियार डिपो तक पहुंचने का प्रयास किया था, जिसे पहले ही नष्ट किया जा चुका था। सेना ने उन्हें चेतावनी दी, लेकिन जब वे नहीं रुके, तो खतरे को समाप्त करने के लिए गोलीबारी की गई। IDF ने गाजा के निवासियों से अपील की है कि वे उन क्षेत्रों से दूर रहें जहां अभी भी सैनिक तैनात हैं।
यह घटना अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के एक दिन बाद हुई है, जिसमें उन्होंने गाजा में शांति की स्थापना का दावा किया था। हालांकि, यह गोलीबारी सीजफायर समझौते के उल्लंघन के रूप में देखी जा रही है।
IDF ने कहा है कि संदिग्धों ने सैनिकों की ओर बढ़ते हुए खतरा पैदा किया, जिससे उन्हें गोलीबारी करनी पड़ी। सेना ने यह भी कहा कि वह गाजा के लोगों से उन क्षेत्रों से दूर रहने की अपील करती है जहां युद्धविराम समझौते के तहत अभी भी सैनिक तैनात हैं।