
इजरायल ने 13 जून 2025 को “ऑपरेशन राइजिंग लॉयन” के तहत ईरान के नटांज परमाणु केंद्र सहित कई सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमले किए। इस हमले में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी, ईरान के सैन्य प्रमुख मोहम्मद बघेरी और दो प्रमुख परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे देश की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम बताया और नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की।
🔥 हमले की प्रमुख घटनाएं:
- ऑपरेशन राइजिंग लॉयन: इजरायल ने लगभग 200 लड़ाकू विमानों और 330 गोला-बारूद के साथ ईरान के 100 से अधिक ठिकानों पर हमला किया, जिसमें नटांज परमाणु केंद्र भी शामिल था।
- उच्च पदस्थ अधिकारियों की मौत: हमले में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी, ईरान के सैन्य प्रमुख मोहम्मद बघेरी, और दो प्रमुख परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई।
- ईरान की प्रतिक्रिया: ईरान ने इजरायल पर 100 से अधिक ड्रोन हमले किए और कड़ी प्रतिक्रिया की चेतावनी दी।
- IAEA की रिपोर्ट: संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी IAEA ने नटांज पर हमले के बाद रेडिएशन के स्तर में वृद्धि की पुष्टि की, लेकिन अन्य परमाणु केंद्रों पर कोई रेडिएशन रिसाव नहीं पाया गया।
🌍 वैश्विक प्रतिक्रिया:
- अमेरिका की स्थिति: अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने स्पष्ट किया कि अमेरिका इस हमले में शामिल नहीं था और उनकी प्राथमिकता अपने सैनिकों की सुरक्षा है।
- संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र ने क्षेत्र में बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त की और संयम बरतने की अपील की।
- भारत की प्रतिक्रिया: भारत ने दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त की और दोनों देशों के साथ सहयोग की इच्छा जताई।
📈 आर्थिक प्रभाव:
- तेल की कीमतों में वृद्धि: क्षेत्रीय तनाव के कारण वैश्विक तेल की कीमतों में 8% से अधिक की वृद्धि हुई है।
- एयरस्पेस बंदी: ईरान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है, जिससे क्षेत्रीय उड़ानों पर असर पड़ा है।