
यूक्रेन और रूस के बीच तुर्की के इस्तांबुल स्थित सिरागन पैलेस में 2 जून 2025 को शांति वार्ता हुई, जो लगभग एक घंटे तक चली। इस वार्ता में दोनों देशों ने एक-दूसरे के कैदियों की रिहाई पर सहमति जताई, हालांकि युद्धविराम और अन्य प्रमुख मुद्दों पर मतभेद बने रहे ।
🕊️ वार्ता के मुख्य बिंदु:
- कैदी विनिमय: दोनों देशों ने गंभीर रूप से घायल और युवा सैनिकों के लिए एक नए कैदी विनिमय पर सहमति जताई।
 - मृत सैनिकों के शवों की वापसी: 6,000 रूसी सैनिकों के शवों की वापसी पर भी सहमति बनी।
 - युद्धविराम पर असहमति: यूक्रेन ने 30 दिनों का पूर्ण और बिना शर्त युद्धविराम की मांग की, जबकि रूस ने केवल 2-3 दिन के स्थानीय युद्धविराम की पेशकश की।
 - शांति समझौते की शर्तें: यूक्रेन ने युद्ध के बाद अपनी सैन्य स्थिति पर कोई प्रतिबंध न लगाने, रूसी-नियंत्रित क्षेत्रों को न मानने और मुआवजे की मांग की। वहीं, रूस ने यूक्रेन की तटस्थता, नाटो विस्तार पर रोक और आंशिक प्रतिबंधों में ढील की मांग की।
 
🛡️ यूक्रेन का ड्रोन हमला:
वार्ता से पहले, यूक्रेन ने ऑपरेशन ‘स्पाइडर वेब’ के तहत रूस के पांच प्रमुख सैन्य एयरबेसों पर हमला किया, जिसमें Tu-95, Tu-22M3 और A-50 जैसे विमान शामिल थे। इस हमले में रूस के लगभग 40 विमान नष्ट या गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे रूस को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ।
🌍 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया:
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस की निरंतर आक्रामकता पर असंतोष व्यक्त किया। यूक्रेन की हालिया सैन्य सफलताएँ, विशेषकर ड्रोन हमले, को एक रणनीतिक बदलाव के रूप में देखा जा रहा है, जो रूस को कूटनीति की ओर धकेल सकता है। हालांकि, दोनों पक्षों के बीच गहरे मतभेद बने हुए हैं, और व्यापक शांति समझौते की संभावना अभी भी अनिश्चित है ।



