
जिमी शेरगिल के पिता सत्यजीत सिंह शेरगिल का 90 वर्ष की आयु में निधन
फिल्म और पंजाबी सिनेमा जगत को एक बड़ा आघात तब लगा जब प्रसिद्ध अभिनेता जिमी शेरगिल (Jimmy Shergill) के पिता सत्यजीत सिंह शेरगिल (Satyajit Singh Shergill) का 11 अक्टूबर 2025 को 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनके परिवार और फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
शेरगिल परिवार ने घोषणा की है कि अंतिम अरदास (आखिरी प्रार्थना सभा) 14 अक्टूबर को गुरुद्वारा धन पथोहार नगर, सान्टाक्रूज़ वेस्ट, मुंबई में गिरवी रखी जाएगी। भोग और अरदास की व्यवस्था उसी दिन दोपहर 4:30 बजे से 5:30 बजे तक की गई है।
सत्यजीत सिंह शेरगिल न केवल एक पिता थे, बल्कि कला और संस्कृति की दुनिया में अपनी छाप छोड़ने वाले व्यक्ति थे। उन्हें परिवार में सादगी, मूल्यों और नैतिकता के प्रतीक के रूप में याद किया जाता है। जिमी शेरगिल ने पूर्व में कई मौकों पर यह खुलासा किया था कि उनके एवं उनके पिता के बीच संबंध कभी-कभी जटिल रहे हैं।
एक प्रसिद्ध किस्सा वह भी है जब जिमी ने बताया कि उन्होंने छात्रावास में रहते समय बिना बताए अपने बाल काट दिए और टॉप रोपी को हटाया। इस बात पर उनके पिता इतने नाराज़ हुए कि पूरे डेढ़ वर्ष तक उन्होंने जिमी से बात नहीं की। यह घटना परिवार के भीतर उन मान्यताओं और पारंपरिक मूल्यों के टकराव को दर्शाती है, जो कई कलाकारों और उनके अभिभावकों के बीच समय-समय पर देखने को मिलती रही है।
जिमी शेरगिल ने अपने करियर में कई चर्चित और प्रभावशाली भूमिकाएँ निभाईं — ‘तना वेड्स मनू’, ‘मोहब्बतें’, ‘साहेब, बीवी और गैंगस्टर’ आदि में उनकी भूमिका को दर्शकों ने सराहा।
शोक की इस घड़ी में, पूरा फिल्म एवं कला जगत जिमी और उनके परिवार के साथ है। उनके पिता की शख्सियत और उनकी विरासत दोनों ही लंबे समय तक याद रखी जाएँगी — न सिर्फ एक पिता के रूप में, बल्कि एक मार्गदर्शक, संस्कारों के वाहक और सांस्कृतिक संवेदना के प्रतीक के रूप में।
समय के प्रवाह में इन रिश्तों की जटिलता और मानवीय मूल्य एक बार फिर हमें यह याद दिलाती है कि सम्मान, संवाद और समझ — ये सबसे बड़ी धरोहरें हैं। सत्यजीत सिंह शेरगिल की यादे उनके बेटे की फिल्मों, उनके जीवन के किस्सों और उनके व्यक्तित्व में जीवित रहेंगी।