
भारत में एक और डिजिटल जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है। हरियाणा की रहने वाली यूट्यूबर और ट्रैवल ब्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के संपर्क में रहकर जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस जांच में कई बड़े और चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिससे यह साफ हो गया है कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल अब केवल मनोरंजन या जानकारी के लिए नहीं, बल्कि राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों के लिए भी किया जा रहा है।
📌 पाकिस्तान यात्रा, खुफिया मुलाकातें और संदिग्ध मिशन
ज्योति मल्होत्रा ने 2023 में पाकिस्तान यात्रा की थी, जहां वह इस्लामाबाद में पाक उच्चायोग के एक वरिष्ठ अधिकारी से मिली। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उसी दौरान उसकी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से सीधी मुलाकात हुई और उसे भारतीय सुरक्षा बलों की गतिविधियों की निगरानी करने के लिए निर्देश दिए गए।
🔍 कश्मीर यात्रा और ऑपरेशन सिंदूर से पहले की संदिग्ध गतिविधियाँ
- अप्रैल 2025 में हुए पहलगाम आतंकी हमले के एक सप्ताह पहले ज्योति जम्मू-कश्मीर में सक्रिय थी।
- उस हमले के बाद भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था।
- जांच एजेंसियों को शक है कि ज्योति ने आतंकी हमले से पहले और बाद में महत्वपूर्ण सैन्य मूवमेंट्स और लोकेशन की जानकारी लीक की थी।
📱 जासूसी के लिए इस्तेमाल किए गए डिजिटल प्लेटफॉर्म्स
ज्योति ने तीन प्रमुख प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल किया:
- इंस्टाग्राम – यात्राओं की आड़ में लोकेशन साझा करने और प्रतीकात्मक संदेश भेजने के लिए
- व्हाट्सएप – पाकिस्तानी एजेंटों से एन्क्रिप्टेड बातचीत के लिए
- टेलीग्राम – संवेदनशील दस्तावेज़ और जानकारी साझा करने के लिए
पुलिस ने उसके मोबाइल से डेटा रिकवर कर लिया है, जिससे उसके पाकिस्तान से संबंधों की पुष्टि हुई है।
🧩 ओडिशा की यूट्यूबर भी शक के घेरे में
पुलिस को जांच में एक और कड़ी मिली है — पुरी (ओडिशा) की एक यूट्यूबर के साथ ज्योति के संपर्क में होने की जानकारी मिली है। दोनों के बीच कई बार बातचीत और फ़ाइलों का आदान-प्रदान हुआ है, जिसे अब जांच एजेंसियां खंगाल रही हैं।
🚨 राष्ट्र की सुरक्षा पर गंभीर खतरा
ज्योति मल्होत्रा द्वारा कथित तौर पर लीक की गई जानकारियों से भारत की सैन्य तैयारियों और अभियान से संबंधित संवेदनशील जानकारियाँ पाकिस्तान तक पहुँचीं। इससे न सिर्फ सैन्य बलों की सुरक्षा खतरे में आई, बल्कि भारत के रणनीतिक ऑपरेशनों की गोपनीयता भी भंग हुई।
🚔 आगे की कार्रवाई
फिलहाल ज्योति को पुलिस हिरासत में रखा गया है और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (Official Secrets Act) के तहत कार्रवाई की जा रही है। उसके खिलाफ देशद्रोह, जासूसी और साइबर क्राइम की धाराओं में केस दर्ज किया गया है।