
भारतीय सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री ने 98 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस
हिंदी सिनेमा की प्रख्यात और सम्मानित अभिनेत्री कामिनी कौशल का 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया। कामिनी कौशल ने अपने करियर की शुरुआत 1946 में आई फिल्म नीचा नगर से की थी, जो कि भारतीय सिनेमा की पहली ऐसी फिल्म थी जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, कांस फिल्म फेस्टिवल में मान्यता मिली। इसके बाद उन्होंने दशकों तक फिल्मों और थिएटर में सक्रिय रहते हुए हिंदी सिनेमा में अपनी अलग पहचान बनाई।
कामिनी कौशल ने बिराज बहू, मिलन, चैन्नई एक्सप्रेस जैसी यादगार फिल्मों में अपने अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया। उन्होंने सिर्फ मुख्य भूमिकाएँ ही नहीं निभाईं, बल्कि अपने छोटे‑छोटे रोल्स में भी ऐसा प्रभाव छोड़ा कि वे हमेशा याद रखी जाएँगी। खासकर चैन्नई एक्सप्रेस में शाहरुख खान की दादी का किरदार निभाकर उन्होंने नए पीढ़ी के दर्शकों के दिल में भी जगह बनाई।
उनका निजी जीवन भी उतना ही रोचक था; उन्होंने अपने असली जीवन में अपने भाई‑साले से विवाह किया था। फिल्मों में उनके योगदान और उनकी गरिमा को देखते हुए उन्हें भारतीय सिनेमा में एक आइकन माना जाता रहा। उनके निधन के बाद फिल्म जगत में शोक की लहर है और कई अभिनेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। उनके परिवार ने इस कठिन समय में प्राइवेसी की मांग की है।
कामिनी कौशल केवल एक अभिनेत्री नहीं थीं, बल्कि एक ऐसी प्रेरणा थीं जिन्होंने भारतीय सिनेमा को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाने में मदद की और कई पीढ़ियों के लिए अभिनय का आदर्श स्थापित किया।



