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कपिल शर्मा के कैफ़े पर कनाडा में फायरिंग

कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे शहर में कॉमेडियन कपिल शर्मा के नए कैफे ‘Kap’s Café’ पर बुधवार रात को अज्ञात हमलावरों ने गोलीबारी कर दी। इस घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। हालांकि, इस हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है लेकिन कैफे को नुकसान जरूर हुआ है। कनाडाई पुलिस ने इसे एक ‘टार्गेटेड अटैक’ माना है और जांच शुरू कर दी है।

खालिस्तानी आतंकी हरजीत सिंह लड्डी ने ली जिम्मेदारी

इस हमले की जिम्मेदारी खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़े हरजीत सिंह लड्डी ने ली है। लड्डी ने एक वीडियो जारी कर हमले को अंजाम देने की बात कबूल की है। उसने दावा किया कि कपिल शर्मा ने पहले कुछ ऐसा कहा था जिससे वह नाराज़ था, हालांकि यह स्पष्ट नहीं हुआ कि कपिल शर्मा की कौन सी टिप्पणी से लड्डी नाराज़ था।

भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हरजीत सिंह लड्डी को वांछित आतंकियों की सूची में रखा है और उस पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। लड्डी इससे पहले भी कई मामलों में वांछित रहा है, जिसमें पंजाब में कई आतंकी घटनाओं को अंजाम देना और विश्‍व हिंदू परिषद (VHP) के नेता की हत्या शामिल है।

पुलिस कर रही जांच

कनाडा की रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार यह हमला सुनियोजित था और संभवतः धमकी देने के उद्देश्य से किया गया। पुलिस अब सुरक्षा कैमरे की फुटेज खंगाल रही है और आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है।

इस बीच, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें कैफे की खिड़कियों पर गोलियों के निशान दिखाई दे रहे हैं। अब तक कपिल शर्मा या उनकी टीम की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

कपिल शर्मा का कैफे

बताया जा रहा है कि कपिल शर्मा और उनकी पत्नी गिन्नी चतरथ ने हाल ही में सरे शहर में ‘Kap’s Café’ की शुरुआत की थी। यह उनका नया बिजनेस वेंचर है, जिसे लेकर उनके फैंस काफी उत्साहित थे। लेकिन अब इस घटना के बाद उनके बिजनेस और निजी सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं।

भारत-कनाडा के बीच तनाव के बीच घटना

यह घटना ऐसे समय पर हुई है जब भारत और कनाडा के संबंध पहले से ही खालिस्तानी गतिविधियों को लेकर तनावपूर्ण हैं। भारत सरकार ने कई बार कनाडा से खालिस्तानी तत्वों पर कार्रवाई करने की मांग की है, लेकिन वहां की सरकार अक्सर ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता’ का हवाला देती रही है।

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