केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने 24 अगस्त 2025 को राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह एक ऐसे खतरनाक मार्ग पर हैं जो देश की स्थिरता को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी पर विदेश से जुड़े कुछ शक्तिशाली तत्वों, खासकर जॉर्ज सोरोस और कथित खालिस्तानी ताकतों के साथ मिलकर देश को कमजोर करने की साजिश रचने का आरोप लगाया। रिजिजू ने दावा किया कि जॉर्ज सोरोस ने कहा है कि भारत सरकार को अस्थिर करने के लिए एक ट्रिलियन डॉलर की राशि रखी गई है, और यही विदेशी षड्यंत्र किसी तरह से कांग्रेस के साथ जुड़े तत्वों के माध्यम से सफल हो रहा है।
रिजिजू का कहना था कि जब राहुल कुछ बोलते हैं, तो उनके अपने पार्टी के सांसद असहज हो जाते हैं। उन्हें डर होता है कि राहुल कहीं ऐसा न बोल दें जिससे पार्टी को इसका राजनीतिक नुकसान उठाना पड़े। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को फटकार दी थी, जब उन्होंने प्रधानमंत्री पर “चोर” जैसे आरोप लगाए और राफेल मामले में भ्रामक टिप्पणियाँ की थीं। इससे यह स्पष्ट होता है कि उन्हें भारतीय संदर्भ में बोलना चाहिए।
रिजिजू ने संसदीय लोकतंत्र की रक्षा की अपील करते हुए कहा कि यदि संसद नहीं चलती है, तो इसका स्तर पर विपक्ष को ही नुकसान होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस संसद में बहस या चर्चा से मौन रहने की प्रवृत्ति रखती है और यदि विधेयक बिना तुलना के पास हो जाते हैं, तो यह लोकतंत्र के हित में ठीक नहीं है।
उन्होंने विपक्ष की आक्रामकता पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि संसद में हंगामा न हो, इसके लिए उन्हें खुद बार-बार शांत रहने की अपील करनी पड़ी—जिसने उनका गला बैठा दिया। अंत में उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित है और कोई भी अस्थिरता नहीं ला सकता।