
साउथ कोलकाता स्थित एक लॉ कॉलेज में कथित सामूहिक बलात्कार के मामले में पीड़िता के पिता ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि अगर आरोपी दोषी साबित होते हैं तो उन्हें सबसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने न्यायपालिका में भरोसा जताते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि न्याय जरूर मिलेगा।
इस मामले में तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा शामिल है। आरोप है कि कॉलेज परिसर में एक छात्रा के साथ कई लोगों ने मिलकर गैंगरेप किया। मेडिकल जांच में बलात्कार की पुष्टि हुई है और पीड़िता के शरीर पर चोट के कई निशान पाए गए हैं।
एनडीटीवी से बात करते हुए पीड़िता के पिता ने कहा कि इस मामले में कोई नरमी नहीं बरती जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी बेटी को पढ़ाई के लिए भेजा था, लेकिन जो कुछ हुआ वह बेहद दर्दनाक है।
उन्होंने अपील की कि मामले की निष्पक्ष जांच हो और कोई राजनीतिक या प्रशासनिक हस्तक्षेप न हो। उनके अनुसार, केवल दोषियों को सजा देना ही काफी नहीं है, बल्कि यह भी जरूरी है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
मामले की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कोलकाता पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। आयोग का कहना है कि पुलिस जांच में लापरवाही बरत रही है और उन्हें उचित कार्रवाई में रोका जा रहा है।
इस घटना के विरोध में कई छात्र संगठनों ने प्रदर्शन भी किया है। वे कॉलेज परिसर में महिलाओं की सुरक्षा और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
वहीं राजनीतिक दलों ने भी इस मामले को लेकर आवाज उठाई है। विपक्ष ने राज्य सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा है कि कानून व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक हो गई है।
पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और फॉरेंसिक साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और कॉलेज के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।