
भारत के लेफ्ट-आर्म रिस्ट स्पिनर कुलदीप यादव ने एक और शानदार उपलब्धि अपने नाम कर ली है — उन्होंने टेस्ट गेंदबाजों की ICC रैंकिंग में करियर की सर्वोत्तम रैंक 14वीं हासिल कर ली है, जो उनके लगातार बेहतर प्रदर्शन और निरंतर मेहनत का परिणाम है।
यह उछाल मुख्यतः उनके वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में ली गई आठ विकेटों की ‘मैच हीरो’ भूमिका की वजह से संभव हो पाई। कुलदीप ने इस श्रृंखला में कुल 12 विकेट लिए, जिससे उनकी रैंकिंग में सात स्थान की छलांग लगी है।
इस बीच, अफगानिस्तान के दिग्गज लेग स्पिनर राशिद खान ने भी एक बड़ी वापसी की है — उन्होंने ODI गेंदबाजों की रैंकिंग में नंबर 1 स्थान फिर से हासिल कर लिया है। राशिद ने बांग्लादेश के खिलाफ अबू धाबी में खेले गए 3-0 श्रृंखला में 11 विकेट लिए, जिसमें दूसरे मैच में उन्होंने पांच विकेट की शानदार पारी भी खेली।
राशिद के 710 रेटिंग अंक उन्होंने पेनल्टी से ऊपर रहते हुए प्राप्त किए हैं — यह इस बात का प्रमाण है कि उन्होंने अपनी क्षमताओं को दोबारा सिद्ध किया है।
इन दोनों उपलब्धियों के बीच, अन्य खिलाड़ियों की रैंकिंग में भी बदलाव देखने को मिला है। भारतीय बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने टेस्ट बल्लेबाजों की रैंकिंग में दो स्थान की छलांग लगाकर पांचवां स्थान हासिल किया। वहीं KL राहुल ने अपनी लगातार योगदानों से जगह बनाई और दो स्थान उन्नति करते हुए 33वें स्थान पर पहुँच गए।
वेस्ट इंडीज़ की ओर से शाई होप ने 34 स्थान उछालकर 66वें स्थान पर कब्जा किया और जॉन कैंपबेल छह स्थान ऊपर आकर 68वें स्थान पर पहुँचे, दोनों ने दूसरी पारी में शतकीय प्रदर्शन किया था।
ODI श्रेणी में भी अन्य खिलाड़ियों ने रैंकिंग में उत्तरोत्तर प्रगति की है — जैसे कि अफगानिस्तान के अजमतुल्लाह उमरज़ाई ने 7 विकेट लेकर करियर-उच्च 21वीं रैंक प्राप्त की। बांग्लादेश से संबंधित खिलाड़ियों मेहदी हसन मिराज और तानीज़िम हसन साकिब ने क्रमशः 24वीं और 67वीं रैंक हासिल की।
यह दौर भारतीय क्रिकेट के लिए चोरी-छिपे नए सितारों को उभरने और अनुभवी खिलाड़ियों को वापसी करने का समय बन गया है। कुलदीप की टेस्ट में यह रैंकिंग उनके लंबी अवधि के प्रयासों की जीत है — उपयोगी स्पिन विकल्प बनने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। राशिद की वापसी यह दर्शाती है कि यदि एक गेंदबाज निरंतर प्रदर्शन करे, तो वह समय-समय पर शीर्ष स्थान पर लौट सकता है।



