
मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस (LTT) पर खड़ी कुशीनगर एक्सप्रेस ट्रेन से एक दर्दनाक मामला सामने आया है। शुक्रवार सुबह ट्रेन की सफाई के दौरान एक मासूम बच्चे का शव एसी कोच (B2) के टॉयलेट के कूड़ेदान में पाया गया। यह बच्चा गुजरात के सूरत से अपहृत किया गया था। घटना ने यात्रियों और स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया है।
जानकारी के मुताबिक, सफाईकर्मी रोज़ाना की तरह ट्रेन की बोगियों की सफाई कर रहे थे। सुबह लगभग 6 बजे जब वे B2 कोच के टॉयलेट में पहुंचे, तो कूड़ेदान से तेज दुर्गंध आ रही थी। पास जाकर देखा तो उसमें एक छोटे बच्चे का शव रखा हुआ था। सफाईकर्मी ने तुरंत RPF और GRP को इसकी सूचना दी। पुलिस टीम मौके पर पहुँची और पंचनामा करने के बाद शव को राजावाड़ी अस्पताल पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
पुलिस जांच में सामने आया कि यह वही बच्चा है जिसका अपहरण गुरुवार 22 अगस्त को सूरत के अमरोली इलाके से किया गया था। बच्चे की उम्र लगभग पांच साल बताई जा रही है। अपहरण की शिकायत बच्चे के परिवार ने दर्ज कराई थी और संदेह बच्चे के मौसेरे भाई पर जताया गया था। पुलिस ने आरोपी के मोबाइल फोन की लोकेशन ट्रैक की थी और उसके मुंबई की ओर जाने की जानकारी मिली थी। इस सुराग के आधार पर अमरोली पुलिस की टीम तड़के ही मुंबई पहुंच गई थी।
इसी बीच जब कुशीनगर एक्सप्रेस के टॉयलेट से शव बरामद हुआ, तो पुलिस ने परिवार को तस्वीर भेजकर पहचान कराई। तस्वीर देखकर परिवार ने पुष्टि की कि शव उनके ही बच्चे का है। इससे साफ हो गया कि अपहरण के बाद मासूम की बेरहमी से हत्या कर शव को ट्रेन में फेंक दिया गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मौसेरा भाई ही इस वारदात का मुख्य आरोपी है। हालांकि अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है और वह फरार बताया जा रहा है। पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं।
इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। रेलवे यात्रियों में भी दहशत का माहौल है कि आखिर ट्रेन जैसे सार्वजनिक और सुरक्षित माने जाने वाले स्थान पर कोई बच्चा इतनी बेरहमी से मारा गया और शव को छिपाकर छोड़ दिया गया।
RPF और GRP ने मामले की गंभीरता को देखते हुए स्टेशन पर सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत करने की बात कही है। वहीं, अमरोली पुलिस ने कहा है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर सच्चाई सामने लाई जाएगी।
यह घटना न केवल कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि समाज में बच्चों की सुरक्षा और अपहरण जैसी बढ़ती घटनाओं पर भी गहरी चिंता पैदा करती है।