
अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने रूस के खिलाफ कड़े आर्थिक दबाव की वकालत करते हुए कहा है कि यदि यूक्रेन में युद्ध नहीं रुका और रूस शांति वार्ताओं में शामिल नहीं हुआ, तो अमेरिका रूसी अर्थव्यवस्था को पूरी तरह तहस-नहस करने का कदम उठाएगा। ग्राहम ने यह संदेश राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री मार्को रुबियो को fox news में दिए साक्षात्कार के माध्यम से दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा, “अगर यह युद्ध सम्मान एवं न्याय के साथ नहीं रुका—और यूक्रेन को भी कुछ रियायत नहीं दी गई—तो हम रूस की अर्थव्यवस्था को खत्म करने के लिए बाध्य होंगे।”
ग्राहम, जो एक दलीय सौहार्दपूर्ण (bipartisan) प्रस्ताव को आगे बढ़ा रहे हैं, जिसमें ट्रंप को अधिकार होगा कि वह उन देशों पर 500% तक का टैरिफ लगाए जो अभी भी रूसी ऊर्जा खरीद रहे हैं—जैसे कि भारत, चीन और ब्राज़ील। उनका मानना है कि इससे न केवल युद्ध के लिए वित्त पोषण बंद होगा बल्कि रूस पर विश्व स्तर पर दबाव भी बढ़ेगा।
ग्राहम ने यह भी कहा कि इस तरह का बहुआयामी आर्थिक और राजनयिक दबाव सेन्य प्रयासों, जैसे शस्त्र सहायता और हथियार लेनदेन, के साथ मिलकर रूस को मजबूर करेगा संवाद के रास्ते को अपनाने के लिए। उनका कहना है कि इस कदम के पीछे ट्रंप अकेले नहीं, बल्कि कांग्रेस की व्यापक सहमति भी होगी—जिसमें 80 से अधिक सीनेटर शामिल हैं।