
लंदन में ‘एंटी-इमिग्रेशन’ रैली: टॉमी रॉबिन्सन के समर्थन में लाखों जुटे
ब्रिटेन की राजधानी लंदन में शनिवार को बड़ी ‘एंटी-इमिग्रेशन’ रैली देखने को मिली। विवादित दक्षिणपंथी नेता टॉमी रॉबिन्सन के आह्वान पर आयोजित इस रैली में हजारों लोग शामिल हुए और देश से अवैध अप्रवासियों को बाहर निकालने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने “स्टॉप द बोट्स” और “सेंड देम आउट” जैसे नारे लगाए।
इस रैली का नाम ‘यूनाइट द किंगडम’ रखा गया था, जो संसद भवन के पास व्हाइटहॉल इलाके में हुई। टॉमी रॉबिन्सन ने भाषण में कहा कि अप्रवासियों को कानून के तहत ज्यादा अधिकार मिल रहे हैं और इससे ब्रिटिश समाज और संस्कृति को नुकसान पहुंच रहा है।
इस रैली में अमेरिकी अरबपति एलॉन मस्क ने भी वीडियो लिंक के जरिए हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन “प्रवासन की भीषण लहर” से जूझ रहा है और अगर हालात ऐसे ही रहे तो लोग “या तो लड़ेंगे या मरेंगे”। इसके अलावा डोनाल्ड ट्रंप के पूर्व सलाहकार और जर्मनी की AfD पार्टी के सदस्य भी ऑनलाइन जुड़े।
रैली का विरोध करने के लिए ‘स्टैंड अप टू रेसिज्म’ संगठन ने करीब 5,000 लोगों को इकट्ठा किया। पुलिस ने दोनों पक्षों को नियंत्रित करने के लिए करीब 1,600 अधिकारी तैनात किए। हालांकि, कुछ जगहों पर हिंसा भड़क गई। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़ दिए और पुलिस पर बोतलें फेंकीं। इन झड़पों में 26 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिनमें चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
इस रैली ने ब्रिटेन में प्रवासन को लेकर चल रही बहस को और तेज कर दिया है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह आंदोलन आने वाले समय में ब्रिटिश राजनीति पर गहरा असर डाल सकता है।