
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने महागठबंधन में शामिल होने की अपनी इच्छा व्यक्त की है। AIMIM के बिहार प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अख्तरुल ईमान ने लालू प्रसाद यादव को 2 जुलाई 2025 को लिखे एक पत्र में यह अनुरोध किया कि बीजेपी और NDA को रोकने के लिए AIMIM को गठबंधन में जगह दी जाए ।
ओवैसी की पार्टी का तर्क है कि सेक्युलर वोटों का विभाजन ही NDA के पक्ष में जाता है, इसलिए AIMIM का गठबंधन से जुड़ना मत साझा करने की संभावना को कम करेगा और मुसलिम मतदाताओं को एकजुट रखेगा ।
आंतरिक बातचीत और प्रतिक्रिया
- AIMIM ने पहले भी 2020 और 2024 में गठबंधन में शामिल होने की कोशिश की थी, लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई ।
- अख्तरुल ईमान ने आरजेडी, कांग्रेस और वामदलों के नेताओं से संपर्क किया है, लेकिन तेजस्वी यादव ने अभी तक कोई औपचारिक प्रस्ताव नहीं प्राप्त करने की बात कही है ।
- AIMIM के प्रवक्ता ने कहा कि उनका लक्ष्य NDA को हराना है और बिहार में बीजेपी सरकार की असफलताओं का फायदा नहीं होने देना चाहता।
ओवैसी ने संकेत दिया है कि अगर गठबंधन में शामिल नहीं किया जाता है तो उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ने को भी तैयार है ।
संभावित असर
- Seemanchal और मुस्लिम बहुल इलाकों में AIMIM की स्थिति मजबूत होने के बावजूद, मौजूदा गठबंधन में उनकी एंट्री सीटों की चर्चा और रणनीतिक संतुलन को प्रभावित कर सकती है।
- AIMIM का एकीकरण या अलग से चुनाव लड़ना दोनों ही भाजपा और महागठबंधन दोनों के लिए मत विभाजन या गठबंधन मजबूती जैसे नए समीकरण ला सकता है ।