
मुख्य बिंदु:
- मणिपुर सरकार ने 8 जून 2025, रात 11:45 बजे से इंफाल वेस्ट, इंफाल ईस्ट, थौबल, बिष्णुपुर और ककचिंग जिलों में मोबाइल डेटा और इंटरनेट सेवाएं 5 दिनों के लिए निलंबित कर दी हैं ।
- यह आकस्मिक निर्णय मैतेई समुदाय के अंबाई तेंगगोल (Arambai Tenggol) नेता कानन सिंह की गिरफ्तारी के बाद लिया गया, जिससे क्षेत्र में तनाव और विभाजन बढ़ा ।
- गृह सचिव एन. अशोक कुमार ने कहा अध्यक्षता में यह कदम अफवाह व खतरनाक संदेशों के प्रसार को रोकने हेतु उठाया गया, और आदेश का उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी।
- उम्मीद है कि यह बंदी सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफार्मों पर भड़का देने वाले संदेशों तथा झूठी सूचनाओं के प्रसार को रोकेगी, हालांकि पिछले मामलों में इसके परिणाम विवादित रहे ।
- गिरफ्तारी के विरोध में इंफाल के क्वाकईथेल, यूरिपोक इलाकों में प्रदर्शन हुए, प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम किए और टायर जलाए; गैस शेल और गोलीबारी की भी खबरें आईं
पृष्ठभूमि और संदर्भ:
मणिपुर में यह इंटरनेट बंदी पिछले वर्षों में उठाए गए ऐसे कदमों की श्रृंखला का हिस्सा है। सितंबर 2024 में इंटरनेट सेवाएं पांच दिनों तक बंद हुई थीं, और 2023-25 के दौरान मणिपुर में कई बार इंटरनेट ब्लैकआउट देखा गया, जिसका उद्देश्य विवाद और अफवाहों को नियंत्रण में रखना था ।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी बंदियों से हिंसा को तुरंत तो रोका जा सकता है, लेकिन सूचना प्रवाह बंद होने से सच्ची जानकारी का अभाव, आदिवासियों की आवाज़ दबना, और कानूनी जवाबदेही पर असर हो सकता है ।
परिणाम और प्रभाव:
- पांच जिलों में केवल वॉयस कॉल की अनुमति है; मोबाइल डेटा और ब्रॉडबैंड सस्पेंड हैं।
- प्रशासन ने सुरक्षा बलों को तैनात किया है और नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
- इंटरनेट बंदी से व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं में रुकावट, और आपदा सूचना की देरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।