
उस कुख्यात “नीला ड्रम” हत्याकांड की मुख्य आरोपी मुस्कान अब एक नए युगीन मोड़ के साथ सुर्खियों में हैं—जेल में चार से पाँच महीने की गर्भवती होने के दौरान उन्होंने हाई कोर्ट में जमानत की याचिका दायर की है। वह चाहती हैं कि बच्चा सामान्य और सुरक्षित वातावरण में जन्म लें, इस आधार पर उन्हें रिहा किया जाए।
1. जेल में गर्भावस्था के दौरान देखभाल और SOP
मेरठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि मुस्कान की प्रेग्नेंसी वर्तमान में सामान्य स्थिति में है, और उसे विशेष SOP (Standard Operating Procedure) के तहत रखा जा रहा है।
हर 15 दिनों में डॉक्टर की जांच होती है।
जरूरत पड़ने पर बाहरी गायनोकोलॉजिस्ट बुलाया जाता है।
डाइट में फल और दूध जैसे पोषक तत्व शामिल हैं।
2. नशा मुक्तिकरण और पुरुष-स्त्री बैरक प्रबंधन
प्रारंभ में मुस्कान और उसके साथी साहिल दोनों नशे के आदी थे—सूखा नशा और इंजेक्शन दोनों। जेल में उन्हें नशा मुक्ति केंद्र में रखा गया, जहाँ उनका इलाज और काउंसलिंग की गई।
साथ ही दोनों को अलग-अलग पुरुष और महिला बैरकों में रखा गया है और उनके बीच किसी भी संवाद पर सख्त पाबंदी है।
3. जमानत की याचिका और सहायक उपाय
मुस्कान ने उच्च न्यायालय में जमानत के लिए आवेदन किया है, जिसमें मुख्य आधार उनका गर्भावस्था काल और बच्चे की सुरक्षा है। जेल प्रशासन ने यह बताया कि इस याचिका पर आदेश आने पर कानून का पालन किया जाएगा।
4. भावनात्मक आकांक्षा—भगवान कृष्ण जैसी संतान
एक भावनात्मक मोड़ पर मुस्कान ने कहा कि वे चाहती हैं कि उनका बच्चा भगवान कृष्ण की तरह पैदा हो, जो जेल में जन्म लेने वाले अन्य दृष्टांतों से प्रेरित प्रतीत होता है।