
बिहार की राजधानी पटना में हुए व्यवसायी और भाजपा नेता गोपाल खेमका की हत्या के बाद राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उच्चस्तरीय बैठक की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हत्या की पूरी तरह से जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिए कि इस मामले की गहराई से जांच हो और जल्द से जल्द दोषियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यदि जांच में किसी प्रकार की लापरवाही सामने आती है, तो संबंधित पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कानून-व्यवस्था को राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया और कहा कि किसी भी कीमत पर अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
घटना के बाद पटना पुलिस ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है और फोरेंसिक टीम के साथ मिलकर जांच तेज़ कर दी गई है। घटना स्थल से एक गोली और खोखा बरामद हुआ है। CCTV फुटेज में बाइक सवार हमलावर को गोली चलाते हुए देखा गया है।
दूसरी ओर, विपक्ष ने इस हत्याकांड को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। राजद और अन्य दलों ने राज्य में बिगड़ती कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग की है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि यह घटना राज्य में जंगलराज की वापसी का संकेत है।
गोपाल खेमका मगध अस्पताल के मालिक थे और भाजपा से भी जुड़े हुए थे। उनकी हत्या ने व्यवसायिक समुदाय और आम लोगों में भी चिंता बढ़ा दी है।