
तमिलनाडु के करूर जिले में शनिवार (27 सितंबर 2025) को अभिनेता-राजनेता विजय की पार्टी TVK की रैली के दौरान हुई भीषण भगदड़ में लगभग 41 लोगों की मौत और दर्जनों के घायल होने की घटना के बाद पुलिस ने पहला बड़ा कदम उठाया है। रैली में सुरक्षा व भीड़ प्रबंधन की गंभीर चूक के आरोप में TVK के करूर वेस्ट जिले के जिला सचिव मथियाज़घन को गिरफ्तार किया गया है।
रिपोर्टों के अनुसार, रैली का आयोजन 10,000 लोगों के लिए अनुमति लेकर किया गया था, लेकिन वहां लगभग 25,000 से अधिक लोग इकट्ठा हो गए थे। भीड़ अत्यधिक गर्मी, पानी एवं चिकित्सा सुविधाओं की कमी, और समर्थकों द्वारा धातु की छतों या पेड़ों पर चढ़ना जैसी गतिविधियों से स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई। भगदड़ के चलते कई छतें और पेड़ टूट गए, जिससे नीचे खड़े लोग दब गए और सांस लेने में दिक्कत हुई।
FIR (प्रथम सूचना रिपोर्ट) में मथियाज़घन के साथ-साथ TVK के राज्य महासचिव बसी आनंद और संयुक्त महासचिव सी टी आर निर्मल कुमार को भी आरोपी बताया गया है। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराएँ जैसे कि culpable homicide not amounting to murder, attempt to commit culpable homicide, endangering life of others, और disobedience to order के अलावा तमिलनाडु सार्वजनिक संपत्ति (रोक्षण एवं हानि) अधिनियम की धाराएँ लगाई गई हैं।
रैली आयोजन के दौरान, विजय की बहुत देर से रैली स्थल पर आने की रणनीति, अनधिकृत रोडशो, और वाहन को भीड़ के बीच में रोकना जैसे कदमों को FIR में “अनावश्यक अपेक्षा उत्पन्न करने” और “असामान्य परिस्थितियों” की ओर ले जाने वाला बताया गया है।
पुलिस ने यह भी कहा है कि मथियाज़घन को करूर–दिनडिगुल सीमा पर गुझलियमपाराई नामक जगह से गिरफ्तार किया गया। उस पर हत्या नहीं होने वाले दोष का मामला (culpable homicide not amounting to murder) सहित अन्य गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
इस मामले में, TVK पार्टी ने घटनाक्रम को राजनीति से जोड़ने की कोशिश की है और डीएमके पर साज़िश रचने का आरोप लगाया है। पार्टी ने मद्रास उच्च न्यायालय से न्यायिक जांच की मांग की है।