हाल ही में सामने आई सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि मई 2025 में हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान ने अपने युद्धपोतों को कराची से हटाकर ईरान सीमा के पास स्थित ग्वादर बंदरगाह की ओर भेज दिया था। यह कदम भारतीय मिसाइल हमलों से बचने के लिए उठाया गया था।
सैटेलाइट तस्वीरों में देखा गया कि पाकिस्तान की नौसेना के कई प्रमुख जहाज़, जिनमें ज़ुल्फिकार क्लास फ्रिगेट्स, तुग़रिल क्लास फ्रिगेट्स, ओलिवर हैज़र्ड पेरी क्लास फ्रिगेट और दो ऑफशोर पेट्रोल वेसल शामिल थे, ग्वादर के कंटेनर टर्मिनल और व्यावसायिक घाटों पर छिपाए गए थे।
गौरतलब है कि भारत ने 7 मई 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को टारगेट कर बेहद सटीक मिसाइल हमले किए गए थे। ऑपरेशन केवल कुछ मिनटों में पूरा कर लिया गया था, जिसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए।
पाकिस्तानी नौसेना का युद्धपोतों को कराची से हटाकर ग्वादर भेजना इस बात का संकेत है कि भारत की एयरस्ट्राइक से बचने के लिए पाकिस्तान ने अपने नौसैनिक संसाधनों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने की रणनीति अपनाई। ग्वादर बंदरगाह ईरान की सीमा से केवल 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो पाकिस्तान के लिए एक सुरक्षित क्षेत्र के रूप में देखा जा रहा था।
इस ऑपरेशन में भारत ने इसरो के उपग्रहों (जैसे कार्टोसैट और रिसैट) और निजी सैटेलाइट कंपनियों की मदद से हाई-रेजोल्यूशन इमेजरी का इस्तेमाल किया। भारत की इस रणनीतिक सफलता ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी सैन्य और तकनीकी क्षमता को दर्शाया है।