कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने हाल ही में 1984 में हुए ऑपरेशन ब्लू स्टार को एक बड़ी गलती करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस सैन्य कार्रवाई के कारण तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को अपनी जान गंवानी पड़ी, जो कि एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। चिदंबरम के इस बयान से कांग्रेस पार्टी में असंतोष की लहर दौड़ गई है, जबकि भाजपा ने इसे ‘आधी सच्चाई’ करार देते हुए कहा कि इससे न्याय नहीं मिलता।
ऑपरेशन ब्लू स्टार, जून 1984 में पंजाब के अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर परिसर में छिपे हुए आतंकवादियों को निकालने के लिए भारतीय सेना द्वारा चलाया गया था। इस सैन्य कार्रवाई में स्वर्ण मंदिर की संरचनाओं को नुकसान पहुंचा था और कई लोग मारे गए थे। इस घटना के बाद, 31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई, जिसके परिणामस्वरूप देशभर में एंटी-सिख दंगे भड़क उठे।
चिदंबरम ने कहा कि ऑपरेशन ब्लू स्टार एक गलत तरीका था स्वर्ण मंदिर को पुनः प्राप्त करने का। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ वर्षों बाद, कांग्रेस ने सही तरीका अपनाया और स्वर्ण मंदिर को बिना किसी सैन्य कार्रवाई के पुनः प्राप्त किया। उनके इस बयान से कांग्रेस नेतृत्व नाराज है, क्योंकि यह पार्टी की पूर्व नीतियों पर सवाल उठाता है।
भाजपा ने चिदंबरम के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह ‘आधी सच्चाई’ है। भाजपा के अनुसार, चिदंबरम ने केवल एक पक्ष की बात की है और पूरी सच्चाई को सामने नहीं रखा है। भाजपा का कहना है कि इस मुद्दे पर पूरी जानकारी और तथ्यों के आधार पर ही निष्कर्ष पर पहुंचना चाहिए।
ऑपरेशन ब्लू स्टार पर इस तरह की बयानबाजी से राजनीतिक माहौल में गर्मी बढ़ गई है। यह घटना न केवल भारतीय राजनीति बल्कि समाज और संस्कृति पर भी गहरे प्रभाव छोड़ गई थी। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस और भाजपा इस मुद्दे पर आगे किस दिशा में बढ़ते हैं और क्या इस पर कोई नई नीति या बयानबाजी सामने आती है।