
ब्रसेल्स में एक मीडिया मुलाकात के दौरान, पाकिस्तान के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, फील्ड मार्शल आसिफ मुनीर ने राष्ट्रपति आसिफ अली ज़र्दारी और प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ के हटाए जाने की चर्चाओं को पूरी तरह निराधार बताया। उन्होंने कहा कि ये अफवाहें देश की सरकार और सेना दोनों के खिलाफ हैं और राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिश हैं।
मुनीर ने जंग अख़बार के वरिष्ठ संपादक सुहैल वरीच के साथ हुई निजी बातचीत का जिक्र करते हुए कहा, “ईश्वर ने मुझे इस देश का संरक्षक बनाया है; मैं कोई और पद नहीं चाहता।” इसके अलावा उन्होंने राजनीतिक पुनर्संगम (reconciliation) के लिए “सच्ची माफी” की ज़रूरत पर ज़ोर दिया—हालाँकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह किस ओर संकेत था, लेकिन माना जा रहा है कि यह PTI और इमरान खान की ओर संकेत कर सकता है।
इसी बीच, प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ और गृहमंत्री मोहसिन नकवी ने भी इस अफवाह को खारिज किया। शरीफ ने इसे घटिया अटकलें बताया और कहा कि मुनीर ने कभी राष्ट्रपति बनने की इच्छा प्रकट नहीं की। वहीं नकवी ने इसे “दुष्प्रचार” करार दिया और कहा कि इन अफवाहों के पीछे ऐसी शक्तियाँ हैं जो राजनीतिक स्थिरता को बिगाड़ना चाहती हैं।
इस समावेशी संदेश में, मुनीर ने विदेश नीति पर भी बात करते हुए स्पष्ट किया कि पाकिस्तान संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन दोनों के साथ संतुलित संबंध बनाए रखेगा। “हम किसी मित्र का त्याग नहीं करेंगे,” उन्होंने कहा। साथ ही, उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति पहल की सराहना करते हुए बताया कि पाकिस्तान ने उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए सबसे पहले नामांकित किया था।
सैन्य और राजनीतिक स्थिरता पर बढ़ते संदेह के बीच, मुनीर के इन बयानों ने पाकिस्तान में भरोसे की जोल बनाने की कोशिश की है, जहाँ अफवाहों ने व्यापक राजनीतिक अशांति का माहौल उत्पन्न कर रखा था।