
पाकिस्तान और उसके नियंत्रण वाले क्षेत्र झेलम एवं काराकोरम राजमार्ग सहित PoK (पाक-प्रशासित कश्मीर) में हाल की भारी बारिश और फ्लैश फ्लड के कारण व्यापक तबाही हुई है। अधिकारियों के अनुसार, खैबर-पख्तूनख्वा (KP) प्रांत खासकर ब्यूनेर जिले में सबसे अधिक प्रभावित रहा, जहां कम से कम 92 लोगों की मौत हुई। पूरे क्षेत्र में मृतकों की संख्या अब 200 से अधिक हो गई है, और कई लोग अभी भी लापता हैं।
बाढ़ ने दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त कर दी हैं, और PoK में मुख्य सड़क मार्ग—काराकोरम व बाल्टिस्तान हाईवे—पर भारी टूट-फूट एवं अवरोध उत्पन्न हुए हैं, जिससे राहत कार्यों में बाधा आई है। प्रभावित जिलों—जैसे ब्यूनेर, मानसेहरा, बाजौर, बटाग्राम, लोअर दीर, शंगल, स्वात और कश्मीर के हिस्सों—में आपदा की गंभीरता स्पष्ट रूप से देखी जा रही है।
राहत कार्यों के क्रम में एक राहत हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे चालक दल और राहतकर्मी सहित 5 लोग घायल हो गए हैं (उनकी मृत्यु हो सकती है)। इसके मद्देनजर केंद्र सरकार और प्रांतीय प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में फील्ड हॉस्पिटलों, राहत शिविरों और बचाव प्रयासों को तेज़ कर दिया है।
यह प्राकृतिक आपदा पाकिस्तान की मौजूदा बाढ़-प्रवृत्ति की पुष्टि करती है। सिंतबर 2025 तक भारत और पाकिस्तान दोनों हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएँ लगातार हो रही हैं, जिसे जलवायु परिवर्तन से जोड़कर देखा जा रहा है।