
टना में गुरुवार को STET (Secondary Teacher Eligibility Test) परीक्षा के आयोजन की मांग को लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों ने सड़क पर उतर कर विरोध-प्रदर्शन किया। वे TRE‑4 (Teacher Recruitment Exam-4) से पहले STET परीक्षा करवाने की मांग कर रहे हैं, ताकि BEd तथा BTC प्रशिक्षित छात्र इस भर्ती प्रक्रिया के लिए पात्र बन सकें।
प्रदर्शन की शुरुआत पटना कॉलेज से हुई और छात्र जेडी चौराहा (JP Roundabout) और डाक बंगला चौराहा की ओर मार्च करते रहे। हालात तनावपूर्ण तब हो गए जब उन्होंने बैरिकेड क्रॉस करने का प्रयास किया। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए मग्ज़बूती से कार्य किया गया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने बिना किसी उचित चेतावनी के कार्रवाई की, जिससे कई लोग घायल हुए। कुछ ने पुलिस द्वारा लाठियां भांजने और बर्बर कार्रवाई का विरोध किया। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने “मृदु बल” का इस्तेमाल किया और यातायात बाधित हो रहा था, इसलिए कार्रवाई आवश्यक थी।
महत्वपूर्ण बात यह है कि STET परीक्षा इस वर्ष तक आयोजित नहीं हुई है, जबकि इसे हर साल दो बार आयोजित करने की व्यवस्था है। छात्र और अभ्यर्थी इस पर सरकार के रवैये से बेहद नाराज़ दिख रहे हैं, क्योंकि TRE–4 से पहले STET न होने पर अनेक योग्य उम्मीदवार प्रतियोगिता से वंचित रह सकते हैं।
प्रदर्शन के बीच कुछ छात्र प्रतिनिधिमंडल के जरिए मुख्यमंत्री सचिव से मिले, परन्तु अभी तक मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से किसी आधिकारिक आश्वासन की घोषणा नहीं हुई है।