
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत की अर्थव्यवस्था को ‘डेड इकॉनमी’ कहे जाने पर भारत सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत आज दुनिया की सबसे तेज़ गति से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है और ट्रंप का यह बयान तथ्यों से परे है। उन्होंने कहा, “समझने वाले समझ गए, जो ना समझे, वो नासमझ हैं,” और इसे भारत की उपलब्धियों को नकारने की कोशिश बताया।
गोयल ने कहा कि भारत का वैश्विक विकास में योगदान लगभग 16 प्रतिशत है। देश का शेयर बाजार लगातार रिकॉर्ड तोड़ रहा है, विदेशी मुद्रा भंडार ऐतिहासिक स्तर पर है और भारतीय रुपये की मजबूती दुनिया के सामने है। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया 1.4 अरब भारतीयों की प्रतिभा और कौशल के साथ काम करने की इच्छुक है। भारत का आर्थिक भविष्य बेहद उज्ज्वल है और यह समय भारत का है।
उन्होंने यह भी साफ किया कि भारत किसी भी देश के दबाव में आकर अपने हितों से समझौता नहीं करेगा। अमेरिका के साथ व्यापार वार्ताओं में डेयरी और कृषि उत्पादों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि सरकार ने हमेशा किसानों के हितों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है और किसी भी समझौते में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
पीयूष गोयल ने उदाहरण देते हुए कहा कि भारत ने अतीत में कई बार चुनौतियों को अवसर में बदला है। उन्होंने Y2K संकट के दौरान भारत के आईटी सेक्टर के अभूतपूर्व विकास का जिक्र किया और कहा कि कठिन परिस्थितियों में भी भारत ने अपनी ताकत साबित की है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का आत्मविश्वास बढ़ा है और देश अब किसी के सामने झुकने वाला नहीं है।
गोयल ने ट्रंप के बयान को न केवल भ्रामक बताया, बल्कि इसे भारत के बढ़ते प्रभाव और प्रगति से असहज होने की मानसिकता का नतीजा भी कहा। उनके मुताबिक, भारत के तेज विकास को नकारना अब संभव नहीं है और दुनिया को इसे स्वीकार करना ही होगा।