
पुतिन: न्यू START संधि समाप्त होने के बाद भी रूस एक साल तक परमाणु हथियार सीमा निभाएगा
मोस्को से 22 सितंबर 2025 की बड़ी खबर है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घोषणा की है कि रूस न्यू START (New START) संधि द्वारा निर्धारित परमाणु हथियारों की सीमाओं का पालन अगले एक साल करेगा, भले ही यह संधि 5 फरवरी 2026 को समाप्त हो जाए। यह बयान उन्होंने रूस की सुरक्षा परिषद की बैठक में दिया, जिसमें उन्होंने वैश्विक रणनीतिक स्थिरता बनाए रखने और परमाणु हथियारों की होड़ (arms race) को बढ़ने से रोकने को अहम बताया।
मुख्य बिंदु:
संधि की स्थिति:
न्यू START संधि 2010 में साइन की गई थी, जिसका उद्देश्य है कि रूस और अमेरिका दोनों अपने तैनात (deployed) परमाणु वारहेड की संख्या 1,550 से अधिक न हो, और उपकरण (delivery systems) जैसे मिसाइल, बमवर्षक विमान आदि की संख्या 700 से अधिक न होती हो।रूस द्वारा संधि का निलंबन लेकिन सीमाओं का पालन:
फरवरी 2023 में पुतिन ने कहा था कि रूस न्यू START संधि की प्रक्रियाओं में से कुछ — विशेषकर अमेरिका द्वारा रूस की परमाणु सुविधाओं पर निरीक्षण — नहीं स्वीकार कर सकता। इसका मतलब ये नहीं था कि रूस सीमाएँ उल्लंघन कर रहा है, बल्कि उसने कहा कि वह संधि द्वारा निर्धारित सीमाएँ अभी भी मानता है।भविष्य की योजना और अमेरिकी-प्रतिसाद की अपेक्षा:
पुतिन ने कहा है कि यह कदम तब तक व्यवहार्य है जब अमेरिका भी समान रूप से अपने कर्तव्यों का पालन करे, और ऐसी कोई कार्रवाई न करे जो रणनीतिक संतुलन को बिगाड़े — जैसे कि मिसाइल रक्षा प्रणालियों का विस्तार या अंतरिक्ष-आधारित इंटरसेप्टर (प्रतिरोधी मिसाइल रोकने वाले) योजनाएँ। रूस आगे की रणनीति इस बात पर निर्भर करेगी कि अमेरिका की ओर से क्या कदम उठाये जाते हैं।वैश्विक प्रभाव:
न्यू START संधि की समाप्ति के बाद यदि इस तरह का समझौता नहीं कायम रहा, तो यह परमाणु हथियारों की होड़ को बढ़ावा दे सकता है, जिससे अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रभाव पड़ेगा। पुतिन ने कहा है कि सीमाओं की पालना करने से वह संवाद का वातावरण बनाए रखना चाहता है, विशेषकर अमेरिका के साथ, ताकि रणनीतिक विश्वसनीयता बनी रहे।