उत्तर प्रदेश की राजनीति में सियासी हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव जल्द ही रामपुर में जेल से रिहा किए गए सपा नेता आजम खान से मिलने वाले हैं।
लेकिन इस मुलाकात से पहले आजम खान ने बयान दिया है जिससे सपा नेताओं के बीच हलचल मची है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वह केवल अखिलेश यादव से मिलेंगे और किसी अन्य के साथ नहीं।
आजम ने रामपुर के सपा सांसद मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी को पहचानने से इनकार करते हुए कहा कि वह उन्हें जनता तक नहीं मानते।
उनका कहना है कि “कोई कार्यक्रम नहीं है, अखिलेश यादव जी मुझसे मिलने आ रहे हैं” — यानी वह अपनी शर्तों पर इस मुलाकात को तय कर रहे हैं।
अखिलेश यादव अगले सप्ताह 8 अक्टूबर को लखनऊ से हवाई जहाज द्वारा बरेली आएंगे और वहीं से कार से रामपुर पहुंचेंगे।
उनका कार्यक्रम है कि वे आजम से मिलेंगे — लेकिन सवाल अब यह है कि क्या आजम अन्य सपा नेताओं, खासकर नदवी से मिलने को तैयार होंगे या नहीं।
मिलावट में यह संदेश स्पष्ट है कि आजम खान अपने रिश्तों और बराबर विचारधाराओं को लेकर सख्त रुख अपनाए हैं। इस बयान ने सपा में संतुलन बिगाड़ने की स्थिति पैदा कर दी है और राजनीतिक जगत में अटकलों को हवा मिल गई है।