
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की 2025 की समिट में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच का दोस्ताना और एकजुटता भरा पल दुनियाभर में वायरल हो गया। इस वीडियो को अमेरिकी कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूज़मैन ने शेयर करते हुए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर तंज कसा। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा — “लेकिन डरने की जरूरत नहीं … ट्रंप शिकागो में गार्ड भेज रहा है।”
यह संदेश ट्रंप के हाल के नेशनल गार्ड तैनाती के बयान—विशेषकर शिकागो और न्यूयॉर्क जैसे शहरों में—पर व्यंग्य था, जो हाल में आप्रवासियों के खिलाफ कड़े कदमों का हिस्सा था। गवर्नर न्यूज़मैन का यह तंज राजनीतिक संदेश के साथ एक कॉन्ट्रास्ट बन गया, जहां SCO समिट पर नेताओं की एकजुटता को ट्रंप की आक्रामक नीतियों के विपरीत प्रस्तुत किया गया।
प्रसंग और राजनीतिक महत्व:
- SCO में एकजुटता का प्रदर्शन: इस मीटिंग में मोदी, पुतिन और जिनपिंग को हाथ में हाथ डाले चलते, हँसते और मिलते दिखाया गया—जो वैश्विक मंच पर उनकी साझेदारी का एक स्पष्ट संदेश था।
- अमेरिकी राजनीति से अंतरराष्ट्रीय पल: न्यूज़मैन ने इस वीडियो को एक व्यंग्यात्मक ट्विस्ट में प्रयोग करते हुए अंतरराष्ट्रीय घटनाओं को घरेलू राजनीतिक टिप्पणी के लिए एक मंच बना दिया, जो अमेरिका में ट्रंप और न्यूज़मैन के बीच जारी फ्यूड को और तीव्र करता है।
- वैश्विक संदेश: SCO समिट ने वैश्विक स्थिरता में यह भी दर्शाया कि भारत, साथ ही साथ रूस और चीन, अमेरिकी दबाव और एकांगी राजनीति का जवाब एकजुटता और सहयोग की भाषा में देना चाहते हैं।