राजस्थान के खैरथल-तिजारा जिले में पुलिस ने एक ऐसी कहानी का पर्दाफाश किया है, जिसकी गहराई सुनकर रूह कांप उठेगी। शाहजहांपुर के नवदिया नवाजपुर गांव निवासी हंसराम उर्फ सूरज, जो ईंट भट्ठे पर काम करता था, की हत्या उसकी पत्नी लक्ष्मी ने प्रेमी जितेंद्र के साथ मिलकर की। 16 अगस्त की यह घटना योजना बद्ध और निर्दयी स्वरूप की थी।
पुलिस के मुताबिक, दोनों ने मिलकर हंसराम की गला काटकर निर्ममता से हत्या कर दी और उसका शव सलाखों पर जाकर बने कमरे की छत पर रखे नीले प्लास्टिक के ड्रम में छिपा दिया। शव को तेज़ी से गलाने के लिए उन्होंने उस पर नमक भी डाल दिया था।
हत्या के बाद लक्ष्मी और उसका छह महीने का बच्चा, साथ ही प्रेमी जितेंद्र, फौरन वहां से फरार हो गए। पुलिस ने रामगढ़ के एक बंद ईंट-भट्ठे में दोनों को ट्रेस कर पकड़ा—जहाँ वे काम की तलाश में पहुंच गए थे।
इस घटना ने मेरठ में हुए ‘ड्रम मर्डर’ की याद ताज़ा कर दी, जहाँ शारीरिक कटाव के बाद शव को सीमेंट भरे ड्रम में छिपाया गया था। इस बार भी नीला प्लास्टिक ड्रम साबित हुआ उस वस्तु के रूप में, जिसने प्रेम की आड़ में कत्ल को अंजाम दिया।
पुलिस पूछताछ जारी है और बच्चों की देखभाल के लिए अन्य परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू हुई है। इस सनसनीखेज मामले ने पुलिस और आसपास के लोगों को भी झकझोर कर रख दिया है।