
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सीमा तनाव का नया चेहरा अब सीधे धार्मिक आस्था और नागरिक आबादी पर दिखाई दे रहा है। पाकिस्तान की सेना ने शनिवार को जम्मू के सीमावर्ती क्षेत्रों में जबरदस्त गोलाबारी की, जिसमें प्रसिद्ध शंभू मंदिर समेत कई रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया गया।
🔥 घटना का विवरण: धार्मिक स्थल भी नहीं बचे
घटना सुबह करीब 9:45 बजे की है जब पाकिस्तान की ओर से जम्मू के सीमावर्ती गांवों पर अचानक भारी गोलाबारी शुरू कर दी गई। गोलाबारी का सबसे दुखद पहलू यह रहा कि इसमें स्थानीय लोगों की आस्था का केंद्र – शंभू मंदिर भी आ गया। मंदिर की दीवारों और छत पर मोर्टार के टुकड़े लगे हैं, जिससे मंदिर को आंशिक नुकसान पहुंचा है।
स्थानीय निवासी गहरे आक्रोश और भय में हैं। कई परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर अस्थायी रूप से शिफ्ट किया गया है।
🚨 प्रशासन और सेना की त्वरित प्रतिक्रिया
भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में मोर्चा संभालते हुए पाकिस्तान की चौकियों पर करारा जवाब दिया। जम्मू-कश्मीर पुलिस और सिविल प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू अभियान चलाया और लोगों को बंकरों में पहुंचाया। राहत और बचाव कार्य अब भी जारी है।
जम्मू संभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया:
“यह कायराना हमला है जिसमें निर्दोष नागरिक और धार्मिक स्थल को जानबूझकर निशाना बनाया गया है। भारतीय सेना पूरी तरह तैयार है और इसका उचित जवाब दिया गया है।”
🧠 सामरिक और धार्मिक दृष्टिकोण से संवेदनशील हमला
इस घटना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि पाकिस्तान सिर्फ सीमावर्ती इलाकों को ही नहीं, अब भारत की सांस्कृतिक विरासत और धार्मिक स्थलों को भी निशाना बनाने से नहीं हिचक रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार और जिनेवा संधि का सीधा उल्लंघन माना जा रहा है।