तेहरान, 25 जून 2025 — भारत के बहुप्रतीक्षित मिशन Axiom‑4 के तहत अंतरिक्ष जाने वाले IAF के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से भेजे अपने पहले सन्देश में कहा:
“मैं कंधे पर तिरंगा लेकर गया हूँ” — एक गर्व और ज़िम्मेदारी भरा अहसास, जिसमें उन्होंने इस ऐतिहासिक पल को देशवासियों की उम्मीदों से जोड़ा ।
शुक्ला, जो 1985 में लखनऊ में जन्मे थे, 2006 में IAF में शामिल हुए और धीरे-धीरे टेस्ट पायलट के रूप में विशिष्ट पहचान बनाई। उन्होंने IISc बैंगलोर से M.Tech भी किया—उनकी काबिलियत इस मिशन के चयन में अहम रही ।
🚀 मिशन की अहमियत:
- Axiom‑4 मिशन के तहत उन्हें NASA, ISRO और ESA के सहयोग से बने स्पेसक्राफ्ट में ISS भेजा गया है ।
- यह मिशन भारत की 41 साल बाद मानव अंतरिक्ष यात्रा की वापसी की निशानी है — पहले राकेश शर्मा के बाद दूसरा मौक़ा ।
- मिशन पूरी होस्ट तक करीब 14 दिन चलेगा, जिसमें वह कई वैज्ञानिक प्रयोग और अंतरराष्ट्रीय सहयोग में योगदान देंगे ।
शुभांशु ने कहा है कि वह “1.4 अरब भारतीयों की उम्मीद और सपनों को साथ लेकर गए हैं” और ISS पर “साडे-सात से अधिक प्रयोग” में हिस्सा लेंगे