
स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) की परीक्षाओं में एक बार फिर तकनीकी गड़बड़ियों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस बार निशाने पर वह एजेंसी है, जिसे पहले से विवादों में रहने के बावजूद परीक्षा संचालन का ठेका दिया गया। जबकि पिछली रिपोर्ट में बनी कमेटी ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विस (TCS) को परीक्षा संचालन के लिए बेहतर विकल्प बताया था, फिर भी इस बार ठेका दूसरी एजेंसी को दे दिया गया।
छात्रों का आरोप है कि परीक्षा के दौरान लगातार तकनीकी दिक्कतें आती रहीं। कई सेंटरों पर माउस और कीबोर्ड सही से काम नहीं कर रहे थे, वहीं सर्वर बार-बार डाउन हो रहा था। इससे कई उम्मीदवारों का समय बर्बाद हुआ और पेपर सही तरीके से हल नहीं हो सका। कई परीक्षार्थियों ने सोशल मीडिया पर वीडियो और फोटो शेयर कर परीक्षा में आई परेशानियों को सामने रखा।
परीक्षार्थियों का कहना है कि ऐसी लापरवाही से मेहनत और तैयारी पर पानी फिर जाता है। कुछ छात्रों ने मांग की है कि तकनीकी गड़बड़ियों से प्रभावित परीक्षाओं को रद्द कर दोबारा आयोजित किया जाए। वहीं, विशेषज्ञों का मानना है कि परीक्षा जैसे महत्वपूर्ण आयोजन के लिए अनुभवी और भरोसेमंद एजेंसी का चयन बेहद जरूरी है, ताकि पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे।
इस मामले में SSC की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन विवाद गहराने के बाद दबाव बढ़ रहा है कि आयोग इस पूरे मामले की जांच करे और जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो।