
हाल ही में Starlink की भारत वेबसाइट पर कुछ यूज़र्स ने देखा कि इंटरनेट सेवा की कीमतें ₹8,600 प्रति महीने और हार्डवेयर किट की कीमत लगभग ₹34,000 दिखाई दे रही थीं। यह खबर इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो गई और कई लोग इसे फाइनल कीमत समझ बैठे। लेकिन अब कंपनी ने स्पष्ट किया है कि यह केवल dummy test data (टेस्ट डेटा) था और असल कीमतें अभी घोषित नहीं की गई हैं। वेबसाइट पर यह जानकारी एक तकनीकी गड़बड़ी (glitch) के कारण थोड़ी देर के लिए दिखी।
Starlink की वाइस‑प्रेसिडेंट Lauren Dreyer ने मीडिया से कहा कि भारतीय ग्राहकों के लिए कीमतों का निर्धारण अभी नहीं हुआ है और कंपनी भारत में ऑर्डर्स स्वीकार नहीं कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि Starlink भारत में लॉन्च से पहले regulatory approvals (सरकारी मंजूरी) पाने में लगी हुई है, और इसी वजह से वेबसाइट पर कीमतें अस्थायी या टेस्ट डेटा के रूप में दिखाई गई थीं।
विशेषज्ञों का कहना है कि Starlink का भारत में प्रवेश कई कारणों से जटिल है — इसमें लाइसेंसिंग, स्पेक्ट्रम अलॉटमेंट, हार्डवेयर इंपोर्ट नियम और सरकारी अनुमति शामिल हैं। इसलिए, जो कीमतें वेबसाइट पर थोड़ी देर दिखाई गईं, उन्हें आधिकारिक या अंतिम मत समझना चाहिए। कंपनी ने यह भी बताया कि जैसे ही भारत में लॉन्च की औपचारिक प्रक्रिया पूरी होगी और सभी अनुमतियां मिलेंगी, तब ही वास्तविक कीमतें और सेवाओं की उपलब्धता की घोषणा की जाएगी।
इस घटना ने साफ कर दिया कि Starlink की भारत में सेवाओं की कीमत और उपलब्धता अभी पूरी तरह तय नहीं है, और फिलहाल सिर्फ टेस्टिंग और तैयारी का ही चरण चल रहा है। यूज़र्स को चाहिए कि वे वेबसाइट पर दिखी कीमतों को आधिकारिक मानकर कोई निर्णय न लें और Starlink की आधिकारिक घोषणा का इंतजार करें।



