
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को घोषणा की कि वे कनाडा पर लगाए गए आयात टैरिफ (खरीद सामग्री शुल्क) को 10 प्रतिशत अंक से बढ़ा रहे हैं, जिससे अब कुल टैरिफ दर 45 प्रतिशत तक पहुंच गई है। यह निर्णय उस विज्ञापन को लेकर आया है, जिसे कनाडा के ओंटारियो प्रदेश द्वारा प्रसारित किया गया था और जिसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति रॉनाल्ड रीगन की क्लिप दिखाई गई थी, जहां उन्होंने यह कहा था कि टैरिफ व्यापार युद्धों और आर्थिक संकट का कारण बनते हैं।
ट्रंप ने इस विज्ञापन को “भ्रामक” करार देते हुए कहा कि इससे अमेरिका-कनाडा के बीच चल रही ट्रेड वार्ता को भी ठहराना पड़ा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर लिखा कि “उनके तथ्यात्मक गढ़घों और शत्रुतापूर्ण कृत्यों के कारण मैं कनाडा पर लगाया गया टैरिफ मौजूदा दरों से 10 % बढ़ा रहा हूँ।”
दूसरी ओर, ओंटारियो के प्रीमियर Doug Ford ने यह कहा था कि उक्त विज्ञापन अगले हफ्ते टीवी से हटा लिया जाएगा, लेकिन ट्रंप इस प्रस्ताव से संतुष्ट नहीं थे — उन्होंने कहा यह मामला और बिगड़ चुका है क्योंकि विज्ञापन ने वर्ल्ड सीरीज़ गेम से पहले प्रसारण पाया था।
इस फैसले से अमेरिका और कनाडा के बीच व्यापारिक तनाव और बढ़ने का रास्ता खुल गया है। कनाडा अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। उधर, कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने शुक्रवार को कहा कि वे अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता फिर से शुरू करने के लिए तैयार हैं, हालांकि अभी तक व्हाइट हाउस या अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी है।
इससे पहले जुलाई में ट्रंप ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए अमेरिका में कनाडा से आयात होने वाले सामानों पर टैक्स को 25 % से बढ़ाकर 35 % कर दिया था। मार्च से ही अमेरिका ने कनाडा के सामान और ऊर्जा संसाधनों पर कई टैक्स बढ़ाये थे — जिनमें आम सामान पर 25 % टैक्स (पोटाश व ऊर्जा उत्पादों को छाड़कर), ऊर्जा संसाधनों व पोटाश पर अलग से 10 %, स्टील व एल्युमिनियम आयात पर 50 %, ऑटोमोबाइल व ऑटो पार्ट्स पर 25 % टैक्स शामिल थे।
अर्थव्यवस्था-विश्लेषकों की नजर अब इस पर है कि क्या ट्रंप का यह कदम एक व्यापार युद्ध के इरादे की शुरुआत है या सिर्फ राजनीतिक रणनीति। यदि अमेरिका-कनाडा वार्ता ठप हो जाती है, तो उत्तरी अमेरिका की आपूर्ति शृंखला (supply chain) प्रभावित हो सकती है और वैश्विक व्यापार माहौल में अनिश्चितता बढ़ सकती है।
अंततः, ट्रंप का यह फैसला दर्शाता है कि कैसे एक छोटे-से विज्ञापन विवाद ने बड़ी आर्थिक नीतिगत चाल को जन्म दिया — व्यापारिक नियम, राष्ट्रीय संप्रभुता, राजनीतिक इरादे और सामाजिक भावना सारे मिलकर इस तरह के निर्णयों को आकार देते हैं।



