
उत्तर प्रदेश के बरेली में “I Love Muhammad” अभियान को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसा के सिलसिले में यह दावा किया गया है कि यह पूरी घटना पहले से योजनाबद्ध थी। पुलिस का कहना है कि इसे अशांति बढ़ाने की साजिश के तहत किया गया था।
मुख्य आरोपी माने जा रहे हैं मौलाना तौकीर रज़ा खान, इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के अध्यक्ष। उनके साथ सात अन्य “मिशीवियस तत्वों” को भी हिरासत में लिया गया है। न्यायालय ने उन सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, विरोध मार्च और नारेबाजी जैसा प्रदर्शन बिना अनुमति के निकलने की योजना पहले से बनाई गई थी। कई लोगों ने “I Love Muhammad” पोस्टर लेकर नमाज़ के बाद Kotwali क्षेत्र और मस्जिद के बाहर इकट्ठा होना शुरू किया। जहाँ यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण शुरू हुआ, वहीं बाद में पत्थरबाजी हुई और पुलिस ने प्रत्युत्तर स्वरूप कार्रवाई की।
कई FIRs दर्ज किए गए हैं। पुलिस ने करीब दो हजार लोगों को आरोपित किया है, जिनमें तौकीर रज़ा खान को विभिन्न थानों में दर्ज मामलों में नामित आरोपी बनाया गया है। आरोपों में शामिल हैं – अनुशासनहीन सभा, सरकारी आदेश का उल्लंघन, सार्वजनिक शांति भंग करना, धार्मिक भावनाएं भड़काना आदि।
स्थिति गंभीर बनी हुई है क्योंकि पुलिस ने कहा है कि वीडियो व फुटेज के आधार पर सभी आरोपितों की पहचान की जाएगी, और कार्रवाई होगी ताकि भविष्य में ऐसे हंगामे न हों। स्थानीय प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बढ़ाई है।