
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव एक नए विवाद में फंसते नजर आ रहे हैं। खबर है कि उनके नाम पर दो अलग-अलग मतदाता पहचान पत्र (वोटर कार्ड) दर्ज हैं, जिसे लेकर चुनाव आयोग ने गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, एक वोटर कार्ड दिल्ली के वसंत विहार क्षेत्र से जुड़ा है, जबकि दूसरा बिहार के एक विधानसभा क्षेत्र से। इस दोहराव पर संदेह जताते हुए अधिकारियों ने दस्तावेज़ों की प्रमाणिकता की जांच शुरू कर दी है।
अगर यह साबित होता है कि दोनों कार्ड में अलग-अलग पते या गलत जानकारी दी गई है, तो यह जनप्रतिनिधित्व अधिनियम और चुनाव नियमों के तहत गंभीर अपराध की श्रेणी में आ सकता है।
चुनाव आयोग ने संबंधित राज्य अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि कहीं यह जानबूझकर किया गया फर्जीवाड़ा तो नहीं है।
तेजस्वी यादव या आरजेडी की तरफ से अब तक इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन चुनावी माहौल के बीच इस तरह का मामला राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर चुका है।