
दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले में आयोजित जैन धर्म के महापर्व दसलक्षण के मौके पर एक चौंकाने वाली चोरी की घटना सामने आई है। यह धार्मिक आयोजन लाल किले के अंदर बने 15 अगस्त पार्क में चल रहा था, जहां हजारों श्रद्धालु मौजूद थे।
इस आयोजन के दौरान एक चोर ने पुजारी का भेष धारण कर मंच के पास पहुंचकर एक बेशकीमती कलश चुरा लिया। यह कलश 760 ग्राम सोने और 150 ग्राम हीरे, माणिक्य और पन्ने से जड़ा हुआ था, जिसकी कीमत लगभग एक करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
चोर ने मौके का फायदा उठाकर झोले में कलश रखा और वहां से चुपचाप निकल गया। हैरानी की बात यह है कि उस समय आयोजनकर्ताओं का ध्यान अतिथियों के स्वागत में लगा हुआ था, जिनमें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला भी मौजूद थे।
इस पूरी घटना की तस्वीरें और वीडियो सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गई हैं, जिसमें चोर को साफ देखा जा सकता है। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और जल्द ही आरोपी को पकड़ने का दावा किया है।
चोरी की यह घटना न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा की ज़रूरत को भी उजागर करती है।



