केरल के तिरुवनंतपुरम में स्थानीय निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जीत के बाद लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF) ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है और सीधे कांग्रेस को हार का दायित्व ठहराया है। यहां चार दशकों से सत्ता में रहने वाले वाम राजनीतिक गठबंधन को शिकस्त मिली, जिससे इलाके का राजनीतिक समीकरण बदल गया है।
लेफ्ट फ्रंट की प्रेस कॉन्फ्रेंस में नेताओं ने कहा कि अगर उनके खिलाफ एंटी-इंकंबेंसी (anti-incumbency) का व्यापक भाव होता, तो उन्होंने सात जिला पंचायतों में भी जीत कैसे हासिल की होती, यह देखने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले स्थानीय निकाय चुनावों में LDF ने भारी जीत हासिल की थी और राज्य को कई लाभ भी दिए, लेकिन इन उपलब्धियों का चुनावी लाभ क्यों नहीं मिला, इस पर संगठन अपनी कमियों का समीक्षा करेगा। लेफ्ट ने यह स्पष्ट किया कि पार्टी लोगों तक और अधिक पहुंच बढ़ाने का काम करेगी और भविष्य में बेहतर प्रदर्शन के लिए रणनीति तैयार करेगी।
लेफ्ट का रुख इस बात पर केंद्रित है कि हार का सीधा कारण कांग्रेस की भूमिका और स्थानीय गठबंधन की कमजोर रणनीति रही, न कि सिर्फ वामपंथी नेतृत्व की असफलता। पार्टी ने यह भी संकेत दिया कि आगामी विधानसभा चुनावों के लिए वे पुनर्गठन और आलोचनात्मक समीक्षा करेंगे ताकि भविष्य में इसी तरह के नतीजों से न जूझना पड़े।
