
भारतीय युवा टीम India A और Bangladesh A के बीच खेले गए Asia Cup Rising Stars 2025 के सेमीफाइनल मैच में ड्रामे से भरपूर मोड़ सामने आया है। भारत A पहले 20 ओवरों में 194/6 मैच चला गया और बांग्लादेश A ने भी उतने ही रन बनाये। परिणामस्वरूप मैच सुपर ओवर तक पहुँच गया।
लेकिन इस मुकाबले में सबसे अधिक सवाल उस फैसले पर उठा जहाँ पूरी टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने वाले Vaibhav Suryavanshi को सुपर ओवर में नहीं भेजा गया।
मैच का आखिरी ओवर बेहद नाटकीय था। भारत को अंतिम गेंद पर चार रन चाहिए थे, और वहाँ एक रन-आउट की भूल ने मैच को सीधे सुपर ओवर में धकेल दिया। उसके बाद सुपर ओवर में भारत A की शुरुआत बेहद खराब रही। कप्तान Jitesh Sharma खुद ओपनिंग आए और पहले ही गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद आशुतोष शर्मा भी बिना स्कोर किये आउट हुए। नतीजा यह हुआ कि भारत A सुपर ओवर में 0/2 पर ऑल आउट हो गया और बांग्लादेश A ने फाइनल का टिकट पक्का कर लिया।
यहाँ मुख्य प्रश्न यह है कि जब Vaibhav Suryavanshi ने इस टूर्नामेंट में 239 रन बनाए थे और उनका स्ट्राइक-रेट लगभग 243.87 था — जिसमें 22 छक्के शामिल थे — तो उन्हें सुपर ओवर के भीतर मौका क्यों नहीं मिला? सोशल मीडिया पर भी इस निर्णय को “मैनेजमेंट द्वारा बड़ी चूक” कहा गया। कप्तान Jitesh Sharma ने बाद में हार की जिम्मेदारी ली।
इसके अलावा, भारत A की हार की एक बड़ी वजह गेंदबाजी में अंतिम ओवरों में 50 से अधिक रन का खर्चा रही। इससे मैच का संतुलन पूरी तरह बदल गया।
यह पहला अवसर नहीं है कि युवा टीमों में इस तरह की रणनीतिक चूकें सामने आई हों, लेकिन इस स्तर के मैच में ऐसे फैसले खिलाडियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव भी बनाते हैं। Vaibhav जैसे फॉर्म में बल्लेबाज को न भेजना टीम चयनकर्ता और कप्तानी को भविष्य में काफी सवालों के घेरे में ला सकता है।
उम्मीद है कि इस हार से भारत A को गंभीर सबक मिलेगा — न केवल चयन और रणनीति के मामले में, बल्कि उस भरोसे के मामले में जो उस खिलाड़ी ने टूर्नामेंट में जमकर बनाया था।



