
क्रिकेट-वाले सप्ताह में एक बड़ी खबर सामने आई है — महिला प्रीमियर लीग (WPL) के 2026 संस्करण के लिए टीमों ने अपने रिटेंशन यानी बरकरार रखने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट सार्वजनिक कर दी है। इस बार की रिटेंशन लिस्ट में कुछ उम्मीद के मुताबिक नाम हैं, तो कुछ ऐसे शामिल हैं जिनसे टीमें भविष्य-रणनीति में पहले से ही संकेत दे चुकी हैं।
सबसे पहले, Mumbai Indians ने अपने कोर खिलाड़ियों को बरकरार रखते हुए स्पष्ट संदेश दिया है कि वे आगे भी शीर्ष पर बने रहने की योजना बना रहे हैं। इस टीम ने पांच खिलाड़ियों को रिटेन किया है: Harmanpreet Kaur, Nat Sciver‑Brunt, Hayley Matthews, Amanjot Kaur और G Kamalini (अनकैप्ड)। इस चयन से यह स्पष्ट है कि मुंबई ने संतुलन बनाए रखा है — अनुभवशाली विदेशी व भारतीय दोनों ही खिलाड़ी टीम में शामिल हैं।
इसके विपरीत, Royal Challengers Bengaluru (RCB) ने चार खिलाड़ियों को रिटेन किया है — Smriti Mandhana, Ellyse Perry, Richa Ghosh और Shreyanka Patil। इस से यह संकेत मिलता है कि RCB ने अपनी टीम-रचना को पहले की तरह नहीं बरकरार रखा है बल्कि नए संयोजन पर भी विचार किया है।
एक तरफ जहाँ ये दो बड़े नाम सक्रिय रहे हैं, वहीं अन्य टीमों ने अलग-अलग रणनीति अपनाई है। Gujarat Giants ने मात्र दो खिलाड़ियों को रिटेन किया है — Ashleigh Gardner और Beth Mooney। इसका मतलब यह हुआ कि गुजरात ने व्यापक री-बिल्ड की दिशा में कदम बढ़ाया है। वहीं UP Warriorz ने सिर्फ एक ही खिलाड़ी – Shweta Sehrawat (अनकैप्ड) को रिटेन किया है, जिससे उनके पास आगामी मेगा-नीलामी (auction) में सबसे अधिक बजट एवं विकल्प बचे हैं।
इन रिटेंशन निर्णयों के पीछे नियम-व्यवस्था भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। प्रत्येक टीम को ₹15 करोड़ का बजट दिया गया है, साथ ही रिटेंशन के क्रम-मान (slabs) बनाए गए हैं जैसे पहले खिलाड़ी के लिए ₹3.5 करोड़, दूसरे के लिए ₹2.5 करोड़, तीसरे ₹1.75 करोड़ आदि। यह व्यवस्था टीमों को बजट-आधारित चयन करने में बाध्य करती है और साथ ही यह सुनिश्चित करती है कि सभी फ्रेंचाइजी में संतुलन बना रहे।
इस लिस्ट के असर और मायने-:
टीमों ने इस लिस्ट में अपनी भविष्य की रणनीति स्पष्ट की है – कुछ ने कोर खिलाड़ियों को बरकरार रखा है ताकि स्थिरता बनी रहे (जैसे मुंबई), तो कुछ ने बदलाव के संकेत दिए हैं (जैसे गुजरात, UP)।
आगामी मेगा-नीलामी में बजट एवं उपलब्ध विकल्पों पर टीमों की स्थिति तय हो चुकी है – जिनके पास कम रिटेन खिलाड़ियों के कारण अधिक बजट हुआ है, वे आक्रामक चयन कर सकते हैं।
यह रिटेंशन लिस्ट खिलाड़ियों के करियर-पथ पर सेहो प्रभाव डालेगी – जिन खिलाड़ियों को रिलीज किया गया है या जिन्हें रिटेन नहीं किया गया है, उन्हें अब मेगा-नीलामी में प्रतिस्पर्धा करनी होगी।
इस तरह, WPL 2026 के लिए इन निर्णयों ने एक नई पारी की शुरुआत कर दी है — जहाँ टीमों के पास नए निर्माण, बैलेंस चुनौतियाँ, और तलवार की धार की तरह अवसर मौज़ूद हैं।



