दिल्ली और आसपास के इलाकों में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। केंद्रीय जल आयोग (CWC) ने 3 सितंबर 2025 की शाम को चेतावनी जारी करते हुए बताया कि यमुना का जलस्तर बुधवार रात 8 बजे तक 207.40 मीटर तक पहुंच सकता है। यह स्तर खतरे का सूचक माना जाता है और इससे राजधानी के कई निचले इलाकों में बाढ़ की संभावना बढ़ गई है।
बारिश और जलभराव से बढ़ी परेशानी
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई है। खासकर मयूर विहार, कालिंदी कुंज और आसपास के इलाके इस जलभराव से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। लोगों को सड़कों पर पैदल चलने और वाहन चलाने में कठिनाई हो रही है। कई स्थानों पर पानी घरों में भी घुस गया है जिससे स्थानीय निवासियों की जिंदगी प्रभावित हुई है।
केंद्रीय जल आयोग और मौसम विभाग की चेतावनी
केंद्रीय जल आयोग ने यमुना के जलस्तर पर नजर रखी हुई है और लगातार जलस्तर बढ़ने की आशंका जताई है। मौसम विभाग ने भी अगले दो दिन दिल्ली और आसपास के राज्यों में भारी बारिश का अनुमान जताया है। इस वजह से प्रशासन ने बारिश और बाढ़ को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
प्रशासन की तैयारी और बचाव कार्य
दिल्ली सरकार और आपदा प्रबंधन टीमों ने राहत और बचाव के लिए कई कदम उठाए हैं। जलभराव वाले इलाकों में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां जरूरतमंद लोगों को भोजन और मेडिकल सहायता प्रदान की जा रही है। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे बेवजह घरों से बाहर न निकलें और बचाव कर्मियों के निर्देशों का पालन करें।
निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा
विशेष रूप से दिल्ली के निचले इलाकों जैसे मयूर विहार, कालिंदी कुंज, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के आसपास और आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा अधिक है। यमुना के जलस्तर में वृद्धि के कारण जल संरक्षण और निकासी प्रणालियों पर दबाव बढ़ गया है। बाढ़ का पानी कई क्षेत्रों में सड़कों पर जमा हो गया है जिससे आवागमन बाधित हुआ है।
आम जनता से सतर्कता की अपील
प्रशासन ने दिल्लीवासियों से विशेष सावधानी बरतने को कहा है। पानी भरने वाले इलाकों में सुरक्षित स्थानों पर रहने और बिजली उपकरणों से दूरी बनाने का सुझाव दिया गया है। साथ ही, यमुना के किनारे नजदीक न जाने और नदी के जलस्तर पर नजर रखने की सलाह भी दी गई है।
