
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने हाल ही में स्पष्ट किया है कि रूस द्वारा युद्धविराम का इनकार युद्ध को समाप्त करना बेहद मुश्किल बना रहा है। उन्होंने कहा कि रूस अब तक यह तय नहीं कर पाया है कि वह खूनखराबा कब तक रुकेगा, और यह स्थिति को और जटिल बना रहा है। उनका मानना है कि अगर इस सरल सी मांग—हमले रोकने की—को मानने की इच्छा नहीं है, तो रूस से दशकों तक शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व स्थापित करने की इच्छा बनवाना और भी मुश्किल होगा।
जेलेंस्की ने यह प्रतिक्रिया अलास्का में अमेरिकी और रूसी नेताओं की मुलाकात के ठीक बाद दी, जहां वार्ताएं निष्कर्ष पर नहीं पहुँच सकीं और युद्धविराम की कोई पुष्टि नहीं हुई। इस शिखर सम्मेलन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने डोनेट्स्क और लुगांस्क जैसे पूर्व-नियंत्रित क्षेत्रों को छोड़ने की शर्त रखी, ताकि आगे की हमलों को रोका जा सके—जिसे जेलेंस्की ने ठुकरा दिया।
इस पूरे वक़्त, यूरोपीय नेता—फ्रांस, जर्मनी, यूके—ने स्पष्ट किया कि यूक्रेन को अपनी सीमाओं और संप्रभुता पर ही निर्णय लेने का अधिकार है, और किसी भी क्षेत्र का बलपूर्वक परिवर्तन स्वीकार्य नहीं होगा। उन्होंने रूस पर स्थायी शांति के लिए दबाव बनाए रखने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।
जेलेंस्की की उम्मीद अब अमेरिका की ओर होगी—वे आने वाले दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से व्हाइट हाउस में मुलाकात करने वाले हैं। इस वार्ता के ज़रिए वे स्पष्ट रूप से शांति की राह तलाशने का प्रयास करेंगे।