
प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग का सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग करते समय दिल दहला देने वाला निधन हो गया है। शुक्रवार को ‘नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल’ के हिस्से के चलते वह सिंगापुर गए हुए थे जब डाइविंग के दौरान उन्हें अचानक सांस लेने में समस्या हुई। समारोह के आयोजकों ने बताया कि इस असमय घटना के बाद उन्हें तुरंत CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) दिया गया और उन्हें सिंगापुर जनरल अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में उपचार चल रहा था, लेकिन अपराह्न करीब 2:30 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
उनके निधन की खबर से देशभर में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा, कांग्रेस सहित कई राजनैतिक और सांस्कृतिक हस्तियों ने जुबीन गर्ग के योगदान को याद करते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
जुबीन गर्ग का जन्म 18 नवंबर 1972 को असम के जोरहाट में हुआ था। उन्होंने सिर्फ असमिया भाषा में ही नहीं, बल्कि 30 से अधिक भाषाओं में गीत गा कर अपनी एक विशेष छाप छोड़ी थी। उनकी आवाज़, उनकी प्रस्तुति की शैली और उनके गीतों में मौजूद आत्मीयता ने उन्हें ‘असम का रॉकस्टार’ का दर्जा दिलाया।
गायक के अचानक уход से उनके चाहने वालों को गहरा सदमा पहुँचा है। असम में उनके घरों के बाहर प्रशंसकों की भारी भीड़ जमा हो गई, जहां लोग फूट-फूट कर रोते भी दिखे। असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि जुबीन का आवाज़ सिर्फ गाना नहीं बल्कि लोगों की भावनाओं से जुड़ी थी; उनका जाना असम और पूरे देश के लिए बड़ी क्षति है।
स्कूबा डाइविंग एक साहसिक जल-गत गतिविधि है जिसमें विशेष उपकरणों द्वारा गहरे जल में जाकर ऑक्सीजन सिलेंडर आदि से सांस लेने की व्यवस्था होती है। इस तरह की गतिविधियों में अचानक प्रेशर परिवर्तन या अन्य शारीरिक कारणों से स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है। जुबीन के मामले में बताया गया है कि सांस लेने में समस्या हुई और इलाज के बावजूद उनकी जान नहीं बच सकी।
यह घटना न सिर्फ़ संगीत जगत के लिए बल्कि उन सभी के लिए एक चेतावनी है जो साहसिक गतिविधियों में भाग लेते हैं कि सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। जुबीन गर्ग की याद और उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा।