
असम के मशहूर गायक जुबिन गर्ग की सिंगापुर में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। शुरुआती रिपोर्ट में उनकी मौत का कारण डूबना बताया गया, लेकिन लगातार उठते सवालों और राजनीतिक दबाव के बीच अब मामले की जांच और गहराई से की जा रही है।
राज्य सरकार ने इस मामले में विशेष जांच टीम (SIT) गठित कर दी है और असम पुलिस की CID ने भी तफ्तीश शुरू कर दी है। जुबिन गर्ग की मौत से जुड़े अब तक 50 से ज्यादा FIR दर्ज हो चुकी हैं, जिनमें गायक के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और कार्यक्रम आयोजक श्यामकानु महंता पर गंभीर आरोप लगे हैं। इन पर लापरवाही और सुरक्षा में चूक के आरोप लगाए गए हैं।
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा है कि दोषी कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा। सभी जरूरी नमूनों को दिल्ली की सेंट्रल फॉरेंसिक लेबोरेटरी (CFL) भेजा गया है, ताकि मौत के असली कारण का पता चल सके। वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस और अन्य पार्टियों ने इस पूरे मामले को संदिग्ध करार देते हुए CBI जांच की मांग की है।
इस बीच, असम सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए आयोजनकर्ता श्यामकानु महंता को राज्य में किसी भी प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने से रोक दिया है। जनता में जुबिन गर्ग की मौत को लेकर गुस्सा और आक्रोश गहराता जा रहा है, और लोग लगातार पारदर्शी जांच की मांग कर रहे हैं।