लाचारी के बदले मौत, यौन उत्पीड़न के आरोपों में फंसे सांसद बृजभूषण सिंह का कविता के माध्यम से जवाब
पहलवानों के लगाए गए यौन शोषण के आरोपों और धरने के बीच भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष कैसरगंज से बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने भावुक कविता के जारिए जवाब दिया। सांसद बृजभूषण ने कविता के जरिए अपनी भावनाओं का इजहार किया है। तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में बृजभूषण भावुक अंदाज में कहते दिख रहे कि \’जिस दिन जीवन के हानि लाभ पर उतरूंगा, जिस दिन संघर्षों में जाली लग जाएगी। जिस दिन जीवन की लाचारी मुझ पर तरस दिखाएगी, उस दिन जीवन से मृत्यु कहीं बढ़ जाएगी।\’
कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण आगे कहते हैं कि \’मित्रों जिस दिन मैं अपने जीवन की समीक्षा करूंगा, क्या खोया क्या पाया । जिस दिन मैं महसूस करूंगा कि मेरे संघर्ष करने की क्षमता अब समाप्त हो गई है। जिस दिन मैं महसूस करूंगा मैं लाचार हूं, मैं बेचारा हूं। ऐसी जिंदगी जीना मैं पसंद नहीं करूंगा। मैं चाहूंगा कि ऐसी जिंदगी जीने के पहले मृत्यु मेरे करीब आ जाए।\’
गिरफ्तारी के लिए अड़े हैं पहलवान उधर, सुप्रीम कोर्ट ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों को गंभीर बताया। कोर्ट ने कहा कि उन पर लगे आरोपों की प्रकृति काफी गंभीर है और इस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है। कोर्ट ने भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप में मुकदमा दर्ज करने मांग को लेकर दाखिल महिला पहलवानों की याचिका पर दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एस नरसिम्हा की पीठ इस मामले पर सुनवाई कर रही है। इस मामले में अगली सुनवाई 28 अप्रैल को होगी।