
ब्रिटिश राजनीतिक टिप्पणीकार और लेखक डेविड वेंस ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले और भारत द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। वेंस ने पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए चीन की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि “चीन एशिया में पाकिस्तान को एक प्रॉक्सी (छद्म प्रतिनिधि) की तरह इस्तेमाल करता है, और उस पर किसी भी प्रकार का भरोसा नहीं किया जा सकता।”
उन्होंने भारत को पूरी तरह समर्थन देने की अपील करते हुए कहा कि अगर पश्चिमी देश सच में चीन के प्रभाव को संतुलित करना चाहते हैं, तो उन्हें भारत को अपना रणनीतिक भागीदार बनाना होगा।
वेंस ने कहा,
“अगर भारत को सही समर्थन दिया जाए, तो वह एशिया में चीन के खिलाफ पश्चिम के लिए एक मज़बूत दीवार बन सकता है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि डोनाल्ड ट्रंप जैसे नेताओं को यह रणनीतिक सच्चाई समझनी चाहिए।
❗ चीन और पाकिस्तान पर दोहरा प्रहार:
डेविड वेंस ने पाकिस्तान को “असफल और आतंकवाद-प्रायोजक देश” बताते हुए कहा कि भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का निर्णय लंबे समय से अपेक्षित और जरूरी था।
“पाकिस्तान को लंबे समय से इसका इंतजार था। यह ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा है और इससे साफ हो गया है कि भारत अपने आत्मरक्षा के अधिकार को लेकर गंभीर है।”
🌍 तुर्की पर भी साधा निशाना:
वेंस ने पाकिस्तान को समर्थन देने के लिए तुर्की की आलोचना करते हुए कहा:
“तुर्की एक विवादास्पद और समस्या पैदा करने वाला देश है। अंकारा द्वारा दिए गए भारत-विरोधी बयानों की आलोचना होनी चाहिए।”
उन्होंने यह तक कहा कि उन्हें तुर्की और चीन में अब कोई खास अंतर नजर नहीं आता।
“एर्दोगान और चीन में कोई बड़ा फर्क नहीं दिखता। दोनों ही भारत के खिलाफ रणनीतिक रूप से कार्य कर रहे हैं।”
🌍 भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका
भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई जवाबी कार्रवाई ने दुनिया का ध्यान खींचा है। जहां एक ओर भारत आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपना रहा है, वहीं अब पश्चिमी विश्लेषक भी भारत को एक रणनीतिक साझेदार के रूप में देखने लगे हैं।